कला कुंज और जयजयवंती की ओर से नृत्य समारोह का आयोजन किया गया।
कला कुंज और जयजयवंती की ओर से नृत्य समारोह का आयोजन किया गया।
कथक नृत्य के क्षेत्र में वरिष्ठ कलाकारों के साथ युवा प्रतिभाएं भी अपने को स्थापित करने के लिए प्रयासरत हैं।
विष्णु के छठे अवतार परशुराम हैं। उनकी उपस्थिति द्वापर और त्रेता युग के दोनों काल में मानी जाती है।
शास्त्रीय नृत्य में नए कलाकार के लिए पहली एकल प्रस्तुति महत्त्वपूर्ण होती है। वर्षों की साधना और मेहनत के बाद…
जकल कथक नृत्य में ज्यादातर शोर देखने-सुनने को मिलता है। पर इस लीक से हटकर, परंपरा की खुशबू का अहसास…
युवा नृत्यांगनाओं ने अपने प्रयासों से अपनी पहचान कायम करने का प्रयास किया है।
मालविका सरूकई का कहना है कि शास्त्रीय नृत्य की सतत प्रवाहमान परंपरा है।
डिशी नृत्यांगना कविता द्विवेदी ने नृत्य रचना पिंगला की परिकल्पना की है।
सोनल मानसिंह के लिए जीवन ही नृत्य है, नृत्य ही जीवन है। वे कहती हैं कि जहां हम खड़े हो…
भारतीय कलाओं और कलाकारों को समर्पित स्पिक मैके के 40 साल पूरे हो गए हैं। इस वर्ष स्पिक मैके का…
कलासंधानी कल्चरल सोसायटी की ओर से राजधानी दिल्ली में हुए नृत्य कार्यक्रम में ओडिशी नृत्यांगना पोषाली मुखर्जी और मधुमिता सेन…
युवा कलाकारों को जब भी अवसर मिलता है, वह अपना उत्कृष्ट प्रदर्शित करने के इच्छुक रहते हैं।