परसाई के जीवन की यह त्रासदी रही कि आर्थिक परेशानी से वे आजीवन जूझते रहे। इस अभाव ने जहां उन्हें…
विनोबा जब भूदान-पदयात्रा पर थे तो ‘टाइम’ पत्रिका ने अपने आवरण पर उन्हें स्थान देते हुए लिखा कि यह शख्स…
अमेरिका भले दावे करता रहा हो कि उसने लाखों अफगान सैनिकों को प्रशिक्षण दे दिया है और तालिबान से निपटने…
बुधवार को जिस तरह का ठोकतंत्र राज्यसभा में दिखा, वह शायद लोकतंत्र का अंतिम क्षण था! ऐसे ‘लड़ाकू दृश्य’ लोकसभा…
वास्तव में नाले ऐसे विशेष प्राणी हैं, जो बरसात को घर के अंदर सम्मानजनक प्रवेश दिलाते हैं, घर के सामान…
अर्थव्यवस्था पर मंदी ऐसी छाई हुई है कि विशेषज्ञ मानते हैं कि 2022 तक छाए रहेंगे ये बादल। इतने लोग…
सरकार वैश्विक अर्थव्यवस्था की चाल को समझ पाने में नाकाम रही है। साथ ही निचले तबके की सामाजिक-आर्थिक पीड़ा को…
एक हॉकी खिलाड़ी टूटी हॉकी से और दूसरी एक लकड़ी से ही अभ्यास करती रही। इनके माता-पिता के दारिद्र्य को…
निजी स्कूलों का प्रबंधन अपने स्कूलों की सुख-सुविधाओं का विज्ञापन अखबारों में छपवा और टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित करवा सकता…
बलात्कार पर हमेशा रजनीति करते आए हैं हमारे राजनेता। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हर साल तैंतीस हजार से ज्यादा बलात्कार…
आज भारत में स्कूली शिक्षा की क्या स्थिति है? सीखने की कमी; यह एक स्वीकृत वास्तविकता है, जबकि स्कूली शिक्षा…
बीसवीं सदी के शुरुआती दशकों में अध्यात्म और भौतिकता के साझे को रचते हुए आनंद और सफलता की ऐसी ही…