
लोगों के बीच जीडीपी से कहीं ज्यादा गैस, डीजल और पेट्रोल के दामों को लेकर बातें हो रही हैं। बेरोजगारी…
मंचासीन नेताओं ने न जरूरी दूरी रखी थी, न कायदे से मास्क लगाए थे और किसी आम रैली की तरह…
अब देशवासी जान गए हैं कि यह बीमारी एक ऐसा दुश्मन है, जिसके पास कई किस्म के छिपे हुए हथियार…
मौजूदा दौर में घरेलू मुद्दे इस कदर उलझ गए हैं कि जिंदगी का ही दम घुट रहा है। महिला, पुरुष,…
चैनल पूरे सप्ताह चिल्लाते रहे कि कोरोना-ओमीक्रान की ‘तीसरी लहर’ का खतरा है, इसलिए रैलियां बंद करो और कई नेता…
शिक्षा को ‘उबंतु’ के दर्शन को आत्मसात करना होगा, जिसमें ‘मैं हूं, क्योंकि हम हैं’ का मूल केंद्रित हो। यह…
माना कि पंजाब में चुनावों की सरगर्मी है, लेकिन चुनाव जीत कर क्या हासिल होगा, अगर देश में फिर से…
मुसलमान, ईसाई और सिख ठीक वैसे ही भारतीय हैं जैसे कि हिंदू। उन्हें अपना धर्म मानने का हक है, और…
टीवी को भीड़ पसंद है! भीड़ों को टीवी पसंद है, भीड़ों को नेता पसंद हैं! नेताओं को भीड़ पसंद है!…
कैलेंडर बदल जाने से समय नहीं बदल जाता है। समय की गति बारह पेज के कैलेंडर में सिमटी नहीं होती…
मेरे विचार से अफस्पा को रद्द कर दिया जाना चाहिए। उग्रवाद और आतंकवाद से निपटने के लिए और भी कानून…
फिर एक डर बेचा जा रहा है! बूस्टर लाबी खुल कर खेल रही है! इतना बड़ा बाजार देख वैश्विक टीका…