
देश में आयुर्वेद की एक लंबी परंपरा रही है और उसका अपना महत्त्व है। इसे न केवल जनसामान्य के बीच…
यह सब जानते हैं कि दुनिया की आर्थिक ताकत बनने को लेकर चीन और अमेरिका के बीच एक तरह की…
कठिन दौर में कई संवेदनशील, जागरूक लोग आगे बढ़ कर हर संभव मदद करते ही हैं, पर अपने आप को…
श्रम विभाजन का लैंगिक विभेद किसी प्राकृतिक आधार के कारण नहीं, अपितु उस सामाजिक ताने-बाने की उपज है जहां मूल…
फिरोज जून 2010 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के तौर पर भर्ती हुए। इस दौरान उन्होंने ‘अफसर’ बनने के लिए…
शराब की बिक्री दो तरह से होती है। एक तो सरकारी दुकानों पर और दूसरी, सरकारी मान्यता प्राप्त निजी दुकानों…
अभी पक्के तौर पर यह दावा करना सही नहीं होगा कि खतरा टल गया है। खतरा अभी कम भर हुआ…
कवियों, लेखकों, गायकों, संगीतज्ञों, चित्रकारों आदि का हम सम्मान जरूर करते हैं, लेकिन उनके संघर्ष, उनकी कमजोर आर्थिक स्थिति के…
महामारी की पहली लहर के दौरान वैश्विक बंदी के कारण जब सारी आर्थिक गतिविधियां बंद थीं, तब कच्चे तेल की…
धारावी ने एक बार फिर यह साबित किया है कि अगर सुचिंतित तरीके से हौसले के साथ हालात का सामना…
पिछले चौदह महीनों में देश दूसरी बार पूर्णबंदी जैसे हालात झेल रहा है। बीते साल की पहली तिमाही में बंदी…
बुजुर्गों के लिए सरकारी नीतियां बहुत बनाई जाती हैं, लेकिन क्या जमीनी स्तर पर उन्हें लागू किया जाता है? खासतौर…