प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली भाजपा सरकार पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा शासन में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार सहित दूसरे अपराधों में भारी बढ़ोतरी हुई है। मोदी सरकार पर महिलाओं का उत्पीड़न रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने रविवार को पत्रकार सम्मेलन में कहा कि भाजपा महिला सुरक्षा के नाम पर महिलाओं को चारदीवारी के भीतर कैद रखने की वकालत करती है।
इसके नेता महिलाओं के कपड़ों तक पर शिकंजा रखना चाहते हैं। जबकि आम आदमी पार्टी महिला सुरक्षा के मजबूत व बचावकारी कदमों में विश्वास करती है। उनके लिए समाज में सुरक्षित माहौल बनाने में यकीन करती है। उनकी आजादी की पैरोकार है। केजरीवाल ने पिछली बार सरकार छोड़ने के लिए दिल्लीवासियों से एक बार फिर माफी मांगी और कहा कि इस बार जीत हुई तो जनता से कि ए तमाम वादों को पूरा करने व उनके भरोसे पर खरा उतरने की ईमानदार कोशिश करेंगे।
केजरीवाल ने कहा-भाजपा के शासनकाल में जबकि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा है तब से पिछले नौ महीने में दिल्ली में बलात्कार की घटनाओं में 30 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। साल 2013 में बलात्कार के कुल 1571 मामले दर्ज हुए थे वहीं 2014 में बलात्कार के 2069 मामले सामने आए। हम लोगों के सरकार छोड़ने के बाद से बड़ी संख्या में बलात्कार की घटनाएं हुई हैं। इस मामले में पिछले की तुलना में 30 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह छेड़छाड़ के 4179 मामले दर्ज हुए हैं जिसमें पिछले साल के मुकाबले 25 फीसद की खतरनाक बढ़त हुई है। आम तौर से सरकारें या पुलिस दलील देती है कि ज्यादा लोग मामले दर्ज कराने आगे आ रहे हैं। लेकिन हम इस दलील से सहमत नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि आप महिला सुरक्षा के लिए बहुआयामी उपाय करने में यकीन करती है और उसके तहत जरूरी सुरक्षा उपाय पर अमल करना चाहती है। भाजपा महिला सुरक्षा के नाम पर उन्हें घर की चारदीवारी में कैद रखने की हिमायती है। जबकि हम पूरे शहर में दस से 15 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने और सभी बसों में सुरक्षा गार्ड तैनात करने का वादा करते हैं। आप नेता ने यह भी कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए ऐसा मोबाइल ऐप तैयार कराया है जिससे किसी मुसीबत में फंसी महिला पुलिस की मदद ले सकेगी। इस ऐप में व्यवस्था है कि कोई भी बटन दबाने से पुलिस कंट्रोल रूम को महिला के लोकेशन का पता लग सकता है। जिससे उस तक मदद पहुंचाई जा सकी है। सीसीटीवी कैमरों के दुरुपयोग किए जाने की आशंका के सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि अगर उनकी सरकार बनी तो इनका दुरुपयोग रोकने के लिए निगरानी रखेगी।
केजरीवाल ने कहा कि महिलाओं के लिए हमारी कार्ययोजना उनकी आजादी की वकालत करती है। सुरक्षा के उपकरणों के जरिए उन्हें सुरक्षित वातावरण देने की वकालत व उपाय करती है। लेकिन भाजपा यानी भगवा पार्टी महिलाओं को शिक्षा या नौकरी से उन्हें अलग करके उनकी सुरक्षा करना चाहती है। भगवा विंग के एक नेता ने तो यहां तक बयान दे दिया कि महिलाओं को चार से पांच बच्चे पैदा करने चाहिए। यही नहीं, उनके एक ऐसे नेता जो महिला उत्पीड़न के आरोपी हैं उन्हें सजा दिलाने के बजाए पुरस्कृत किया गया। उन्हें मंत्री बनाया गया और वे दिल्ली में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। यह है महिला सुरक्षा का उनका माडल जबकि हम चाहते हैं कि पुरुषों और महिलाओं को समान अधिकार मिले। महिलाएं पुरुषों के साथ मिलकर देश की तरक्की में बराबर का योगदान दें।
केजरीवाल ने एक बार फि र अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान लगाए गए सीसीटीवी कैमरों को हटाने के केंद्र के फैसले को लेकर भी मोदी सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि विदेशी मेहमान के लिए 15 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए, लेकिन हमारी महिलाओं के लिए कुछ नहीं। कम से कम वे उन लगे कैमरों को तो नहीं हटाते।
केजरीवाल ने अपनी पिछली गलती को फि र न दोहराने का वादा करते हुए साफ किया कि सरकार छोड़ने की गलती जरूर उनसे हुई थी। लेकिन उसका जो मतलब लगाया गया वह गलत है। उनकी मंशा प्रधानमंत्री बनने या केंद्र में राज करने की नहीं थी बल्कि जिन मुद्दों पर सरकार छोड़ी थी उसके प्रति प्रतिबद्धता थी। हमने सरकार छोड़ने के बाद फिर से चुनाव कराने की मांग की थी। केजरीवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह एक गलती थी और उसके लिए वे जनमता से माफी मांग चुके हैं। वे एक बार फि र दिल्लीवालों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि अगर उन्हें मौका दिया गया तो वे जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे।