कोरोना वायरस महामारी अगर आपके घर के किसी सदस्य की जान लील गई है, तब आप उत्तर प्रदेश में 50 हजार रुपए का मुआवजा पा सकते हैं। दरअसल, सूबे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) की सरकार कोविड-19 से मरने वाले लोगों के परिजन को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता मुहैया कराती है।
राहत आयुक्त कार्यालय की वेबसाइट rahat.up.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। ऐप्लिकेशन देने के लिए वहां “कोविड-19 के संक्रमण से मृत व्यक्तियों के परिजन को 50 हजार रुपए की अनुग्रह सहायता” विकल्प को चुनना पड़ेगा। साथ ही कुछ जानकारियां भी भरनी होगी। इस प्रक्रिया के दौरान आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड यानी ओटीपी भी आएगा और उसे भरने के बाद आप आवेदन पत्र के कॉलम्स को भर सकेंगे।
ऑनलाइन आवेदन के साथ आपको आरटीपीसीआर, रैपिड एंटीजेन टेस्ट, मॉलिक्यूलर टेस्ट या फिर चिक्तसीय उपचार/चिकित्सीय जांच की प्रति (जिसमें कोविड-19 डायग्नॉस हुआ हो) में से कोई एक चीज अपलोड करनी होगी। इसके अलावा, मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र, वारिसानों का सहमति पत्र और परिजन जिसे सहायता राशि मिलनी है, उसके बैंक पासबुक की छायाप्रति भी दस्तावेज के रूप में लगेगी।
यह काम (आवेदन) ऑफलाइन भी किया जा सकेगा और उसके लिए आवेदन पत्र जनपद के जिलाधिकारी दफ्तर (कलेक्ट्रेट) में “कोविड-19 अहेतुक सहायता आवेदन पत्र प्राप्ति सेल” में दिया जा सकता है। इसके साथ जरूरी दस्तावेजों की प्रति भी लगानी होगी। ऑनलाइन आवेदन पत्र के संबंध में राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर 1070 या फिर 9454441081 पर संपर्क किया जा सकता है।
टीका विरोधी ‘टायर्ड’ व ‘रिटायर्ड’- CM योगी: सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार (25 दिसंबर, 2021) को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना सााधा। कहा कि कोरोना टीका विरोधी ‘‘टायर्ड’’ और ‘‘रिटायर्ड’’ हैं। जनता को ऐसे लोगों पर भरोसा नहीं करना चाहिए। योगी लखनऊ में पूर्व पीएम दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित ‘सुशासन दिवस’ पर प्रदेश के एक करोड़ छात्र छात्राओं को मुफ्त टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण अभियान की शुरुआत करने के बाद बोल रहे थे।
उन्होंने अखिलेश का नाम लिए बिना कहा, ”12 बजे सोकर उठने वाले युवा नहीं हैं, कोरोना वैक्सीन का विरोध करने वाले और गुमराह करने वाले युवा नहीं हैं, ये सब ‘टायर्ड’ और ‘रिटायर्ड’ हैं, इन पर भरोसा मत करना।” सीएम बोले, ”2017 के पहले (समाजवादी पार्टी की सरकार) नियुक्ति में भाई-भतीजावाद होता था, कोई नौकरी निकलती तो एक खानदान के लोग, एक वंश के लोग चाचा, भतीजा, मामा सभी लोग वसूली में निकल पड़ते थे। कहीं शकुनि मामा, कहीं कोई दुशासन, कोई दुर्योधन वसूली में निकल पड़ता था।”
भारत में ओमीक्रोन के मामले बढ़कर हुए 415: भारत में अभी तक कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के कुल 415 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 115 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या देश छोड़कर चले गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, ओमीक्रोन के सबसे अधिक 108 मामले महाराष्ट्र में सामने आए। इसके बाद दिल्ली में 79, गुजरात में 43, तेलंगाना में 38, केरल में 37, तमिलनाडु में 34 और कर्नाटक में 31 मामले सामने आए।
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे में 7,189 नए मामले आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,47,79,815 पर पहुंच गयी है जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 77,032 हो गयी है। इस बीमारी से 387 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,79,520 हो गयी है। कोरोना वायरस के रोज आने वाले नए मामले पिछले 58 दिनों से 15,000 से कम हैं।