जेएसडब्ल्यू समूह ने नए साल यानी एक जनवरी से पूरे भारत में अपने कर्मचारियों को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए तीन लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है। कंपनी ने सोमवार को एक बयान में भारत भर में अपने कर्मचारियों के लिए शुरू की गई हरित पहल ‘जेएसडब्ल्यू इलेक्ट्रिक वाहन नीति’ के बारे में जानकारी दी।
इसमें कहा गया है कि कि किसी बड़े भारतीय कॉरपोरेट घराने द्वारा अपनी तरह की यह पहली पहल है तथा उसकी ईवी नीति एक जनवरी, 2022 से देशभर के उसके कर्मचारियों के लिए प्रभावी हो जाएगी। बताया गया कि नई नीति के तहत चार पहिया या दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए कंपनी अपने कर्मचारियों को तीन लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि देगी। इसी नीति का उद्देश्य पूरे समूह में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लासगो में हुए सीओपी26 शिखर सम्मेलन में घोषणा की है कि भारत 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को पाना चाहता है, जिसके मद्देनजर जेएसडब्ल्यू समूह यह नई ईवी नीति लाया है।’’
जेएसडब्ल्यू ग्रुप के अध्यक्ष और सीएचआरओ दिलीप पटनायक ने पत्रकारों को कहा, “चूंकि इलेक्ट्रिक वाहन पारंपरिक आईसी इंजन वाहनों की तुलना में ज्यादा बढ़िया हैं, इसलिए जेएसडब्ल्यू ईवी नीति, जनवरी 2022 से प्रभावी, दूसरों के अनुसरण के लिए एक बेंचमार्क स्थापित करेगी। ईवी न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं बल्कि लागत प्रभावी भी हैं।”
जेएसडब्ल्यू ग्रुप (JSW Group) स्टील, एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर, सीमेंट, पेंट्स, वेंचर कैपिटल और स्पोर्ट्स सहित विभिन्न सेक्टर्स में शामिल है। कर्मचारियों के लिए ईवी नीति की घोषणा करने के अलावा (जो उन्हें देश में ईवी अपनाने में योगदान करने में मदद करेगी) कंपनी ने खुद के लिए सीओ2 उत्सर्जन लक्ष्य भी निर्धारित किया है। जेएसडब्ल्यू स्टील (जेएसडब्ल्यू समूह का हिस्सा) ने एक जलवायु परिवर्तन नीति अपनाई है और 2005 के आधार वर्ष में 2030 तक 42 प्रतिशत का एक महत्वाकांक्षी सीओटू उत्सर्जन में कमी का लक्ष्य निर्धारित किया है।