Indian Railways IRCTC: लखीमपुर खीरी हिंसा पर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के सोमवार (18 अक्टूबर, 2021) को छह घंटे के ‘रेल रोको’ प्रदर्शन से उत्तर रेलवे मंडल में 130 स्थानों पर असर पड़ा और 50 ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई। यह जानकारी मंडल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) ने दी। प्रदर्शन से उत्तर पश्चिम रेलवे (एनडब्ल्यूआर) के राजस्थान और हरियाणा में कुछ प्रखंडों में रेल यातायात बाधित रहा। दो ट्रेनों को रद्द कर दिया गया, जबकि 13 को आंशिक रूप से रद्द किया गया और एक ट्रेन का मार्ग परिवर्तित किया गया।

अधिकारी ने बताया कि उत्तर रेलवे मंडल पर जिन ट्रेनों पर प्रदर्शन का असर पड़ा, उनमें चंडीगढ़-फिरोजपुर एक्सप्रेस शामिल है। लुधियाना से इसे सुबह सात बजे गंतव्य के लिए रवाना होना था लेकिन फिरोजपुर-लुधियाना प्रखंड में अवरोध के कारण यह वहां फंसी रही। नयी दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस शम्बू स्टेशन के पास रोक दी गई, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने साहनेवाल और राजपुरा के समीप रेल की पटरियां बाधित कर दी थीं। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ ने कहा, ‘‘अभी तक उत्तर रेलवे मंडल में 130 स्थानों पर प्रदर्शन का असर पड़ा है और 50 ट्रेनों का संचालन बाधित है।’’

राजस्थान में प्रदर्शन से बीकानेर मंडल के हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में रेल आवाजाही बाधित रही। एनडब्ल्यूआर के एक प्रवक्ता ने बताया कि भिवानी-रेवाड़ी, सिरसा-रेवाड़ी, लोहारू-हिसार, सूरतगढ़-बठिंडा, सिरसा-बठिंडा, हनुमानगढ़-बठिंडा, रोहतक-भिवानी, रेवाड़ी-सादुलपुर, हिसार-बठिंडा, हनुमानगढ़-सादुलपुर और श्रीगंगानगर-रेवाड़ी प्रखंडों पर रेल यातायात प्रदर्शन के कारण बाधित रहा।

उन्होंने बताया कि बठिंडा-रेवाड़ी विशेष ट्रेन और सिरसा-लुधियाना विशेष ट्रेन सोमवार को भी बाधित रहेंगी। अहमदाबाद-श्री माता वैष्णो देवी कटरा विशेष ट्रेन का मार्ग भी परिवर्तित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद से शनिवार को रवाना हुई ट्रेन रेवाड़ी-दिल्ली-पठानकोट होते हुए अलग मार्ग से श्री माता वैष्णो देवी कटरा जाएगी।

केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने एक बयान में कहा था, ‘‘लखीमपुर खीरी मामले में जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक प्रदर्शन तेज किए जाएंगे।’’ वहीं, इस प्रदर्शन का यूपी में कोई खास असर नहीं हुआ और इक्का दुक्का घटनाओं को छोड़कर लगभग शांति ही रही।

इसी बीच, ओडिशा के पूर्वी तटीय रेलवे (ईसीओआर) मंडल में सोमवार को रेल सेवाएं करीब 30 मिनट से एक घंटे तक बाधित रहीं। प्रदर्शनकारी किसानों के संगठनों का सामूहिक रूप से नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के आह्वान पर किए गए इस प्रदर्शन को ओडिशा में कांग्रेस, वाम दलों और आम आदमी पार्टी का समर्थन हासिल था।

वैसे, ओडिशा में अधिकतर स्टेशनों पर यह प्रदर्शन करीब 20 मिनट तक चला हालांकि गोरखनाथ में प्रदर्शनकारी करीब 50 मिनटों तक रेल पटरियों पर डटे रहे। ईसीओआर अधिकारियों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों द्वारा पटरी से हटने से इनकार करने के कारण कम से कम 12 रेलगाड़ियों को स्टेशन पर रोके रखना पड़ा जिससे दैनिक यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों के स्टेशन से जाने के बाद ही ट्रेनों को आगे बढ़ने की इजाजत दी गई।

क्या है पूरा मामला?: दरअसल, एसकेएम ने लखीमपुर खीरी हिंसा के संबंध में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त और गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के दौरान सोमवार को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक ट्रेन यातायात रोका। लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए आठ लोगों में से चार किसान थे जिन्हें कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जा रहे वाहन ने कुचल दिया था। किसानों ने दावा किया कि एक वाहन में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का पुत्र आशीष मिश्रा था। आशीष मिश्रा को इस मामले में नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था।