बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर ‘नेहरू भक्तों’ पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘नेहरू भक्त सरदार पटेल,नेताजी सुभाष बोस, मोरारजी देसाई के बार में बकवास किया करते थे। अनैतिक नेताओं के भक्त जलन के मारे ऐसा किया करते थे।’ इस पर एक ट्विटर यूजर ने जवाब दिया, ‘मोदी और रिलायंस के भ्रष्टाचार पर भी कुछ बोल दिया करें।’ एक दूसरे यूजर ने लिखा कि बांग्लादेश भारत का हिस्सा नहीं है, इसके लिए नेहरू जिम्मेदार हैं। क्योंकि 1947 में बांग्लादेश के लोग भारत में शामिल होना चाहते थे।’ एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि हर राज्य के स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं सभी का सम्मान किया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि हाल ही में राष्ट्रगान को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी थी जिस पर कि विवाद हो गया था। स्वामी ने लिखा था कि रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखे गए राष्ट्रगान में कुछ शब्द बदल दिए जाने चाहिए। स्वामी ने मांग की थी कि नेताजी सुभाष ने जो राष्ट्रगान गाया था उसे राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए। इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी नेता पर करारा हमला बोला था। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने स्वामी के इस मुद्दे पर आलोचना की थी।

उन्होंने स्वामी द्वारा लिखी गई चिट्ठी के जवाब में पीएम मोदी को एक चिट्ठी लिखी थी। चौधरी ने पत्र में लिखा कि राष्ट्रगान में बदलाव करना गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की भारत की सोच के साथ खिलवाड़ करना होगा। बता दें कि स्वामी ने पीएम मोदी को पत्र लिख कहा था कि मौजूदा राष्ट्रगान 1911 में लिखा गया था। उस समय लिखा गया राष्ट्रगान आजाद भारत और आज के भारत के मुताबिक नहीं है। मसलन राष्ट्रगान में सिंध का जिक्र आता है जो कि आज पाकिस्तान का हिस्सा है।

इसी महीने भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने दिल्ली की एक अदालत में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ दायर नेशनल हेराल्ड मामले में विभिन्न दस्तावेजों और गवाहों को बुलाने की मांग की थी। स्वामी ने, एक निजी आपराधिक शिकायत में, गांधी परिवार और अन्य पर धन की हेराफेरी करने और गलत तरीके से निवेश करने का आरोप लगाया है।

इस मामले के सभी सात अभियुक्तों – सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीस, सुमन दुबे और सैम पित्रोदा ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है।