समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सरदार पटेल जमीन पहचानते थे उसी के मुताबिक फैसले लेते थे। यही वजह है कि उन्हें लौह पुरुष कहा जाता है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की थी।
सपा प्रमुख कहा, इन सभी महापुरुषों ने संघर्ष का सामना भी किया और पीछे कभी नहीं हटे। अखिलेश ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, आज यह पार्टी लौह पुरुष सरदार पटेल को आज याद कर रही है। अगर वास्तव में ये उनके बताए रास्ते पर चलना चाहते हैं तो किसान विरोधी तीनों कानून वापस ले लें।
उन्होंने कहा, आज देश को जाति और धर्म के आधार पर बांटा जा रहा है। एक समय सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था। आज जो देश की बात कर रहे हैं वह हमें और आपको जाति और धर्म में बांटना चाहते हैं। अगर हम जाति और धर्म में बंट जाएंगे तो हमारे देश का क्या होगा? दुनिया में हमारे देश की सबसे बड़ी पहचान यही है।
अखिलेश यादव के इस बयान यूपी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि हैदराबाद से आए कुछ नेता मुगलिया और तालिबानी कल्चर का गुणगान करते हैं। कोई विदेशी नेता का तो कोई जिन्ना का गुणगान करता है। मुझे लगता है कि वोट की राजनीति में देश का विभाजन करने वालों का गुणगान करना ठीक नहीं है।
डिप्टी सीएम से भारत – पाकिस्तान के मैच के बाद कई जगह पर हुई आतिशबाजी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसको लेकर काड़ाई की है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने हिंदुस्तान की हार पर जश्न मनाया है। डिप्टी सीएम ने कहा, हमारे देश के नेता अपने स्वतंत्रता सेनानियों की प्रशंसा न करके विभाजन करने वालों की प्रशंसा कर रहे हैं। जो बहुत गलत है।