समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर भाजपा ने किराये की भीड़ जुटाने का आरोप लगाया है। यूपी भाजपा ने अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया है और कहा है कि अखिलेश भीड़ इकट्ठा करने के लिए पैसे बांट रहे हैं।
वीडियो के साथ लिखा गया कि भाड़े की भीड़ से अखिलेश देख रहे हैं मुंगेरीलाल के हसीन सपने… देखिए, समाजवादी विजययात्रा का सच…कैसे 500-500 रुपए देकर लोग बुलाए जा रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि समाजवादी पार्टी के बैनर-पोस्टर लेकर कार्यकर्ता सड़क के किनारे बैठे हुए हैं। सपा के कुछ कार्यकर्ता उनको पर्ची थमाते हुए भी नजर आ रहे हैं।
इस वीडियो पर कई ट्विटर यूजर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेता सोमेंद्र तोमर ने लिखा, जनता की भावनाओं के खिलाफ कुछ करना इनके लिए कभी नई चीज थी ही नहीं। पैसे देकर भीड़ बुलाई जा सकती है लेकिन भावनाएं नहीं खरीदी जा सकती। जनता सब जानती है। मिथिलेश यादव ने इस वीडियो को गलत बताते हुए लिखते हैं कि यह बीजेपी की रैली नहीं है जहां लोगों को पैसा देकर बुलाया जाएगा। यह परिवर्तन लाने वाले लोग हैं और 2022 में जरूर परिवर्तन होगा।
सोनू सक्सेना लिखते हैं कि बीजेपी वाले भी किराए की भीड़ लेकर अमित शाह की रैली करवाते हैं। विजेंद्र सिंह ने लिखा, इस वीडियो में मुझे न तो कहीं पांच सौ का नोट दिख रहा है न ही पैसा लेने की बातचीत सुनाई दी। ऑफिशियल हैंडल से कुछ भी ट्वीट कर दिया जा रहा है, आपको शर्म आनी चाहिए। मनजीत कुमार लिखते हैं कि अखिलेश यादव को जिन्ना वाला बयान इतना भारी पड़ा कि पैसे देकर भीड़ बुलानी पड़ रही है।
राजेंद्र अग्रवाल (@Ag63Agrawal) ने लिखा इसे शर्मनाक बताया। मुकेश कुमार (@mk7676152) ने लिखा कि अखिलेश यादव को हार की बौखलाहट के सामने कुछ समझ में नहीं आ रहा है।
