कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मंगलवार को लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों के अंतिम अरदास में शामिल हुईं। इसी विषय को लेकर एक न्यूज़ चैनल में डिबेट हो रही थी। जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि प्रियंका के लखीमपुर जाने से पीएम नरेंद्र मोदी को दुख हुआ है। उनकी इस बात पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पलटवार किया।

आज तक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘हल्ला बोल’ में चल रही डिबेट में एंकर अंजना ओम कश्यप के एक सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, जहां पर तुरंत कार्रवाई हो जाए वहां पर हमारे जाने का क्या मतलब है। उन्होंने राजस्थान में किसानों के साथ हुई घटना को लेकर कहा कि वहां अशोक गहलोत की सरकार ने कार्रवाई की है। उन्होंने भाजपा प्रवक्ता पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वहां कार्रवाई ना हुई होती तो क्या आपको लगता है कि संबित पात्रा यहां स्टूडियो में होते।

उन्होंने पिछले साल कठुआ और उन्नाव में हुई रेप की घटना का जिक्र करते हुए कहा, इनके पार्टी के मंत्री जम्मू कश्मीर में रेपिस्ट के समर्थन में रैलियां निकाल रहे थे। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बात का दुख नहीं है कि गाड़ी के नीचे किसान रौंद दिए गए। उन्हें दुख इस बात का है कि प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी क्यों चली गईं। उन्होंने किसानों के लिए आवाज क्यों उठा ली।

कांग्रेस नेता द्वारा लगाए गए इन आरोपों पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि जब से डिबेट शुरू हुई है….कांग्रेस के प्रवक्ता एक ही शब्द कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्लैकमेल हो रहे हैं। मैं अभी इनसे 2 सवाल पूछूंगा तब देखिएगा उनका क्या हाल होता है। पहला प्रश्न कि सुकन्या देवी कौन थी और दूसरा प्रश्न यह है कि भारत आने से पहले एंटोनियो माइनो क्या करती थी?

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि, इनकी तरफ से कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री ब्लैकमेल क्यों हो रहे हैं? पीएम नरेंद्र मोदी ने 2008 में चीन जाकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तरह कोई डील साइन की थी क्या? आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी में मारे गए 4 किसानों के अंतिम अरदास के मंच पर किसान नेता राकेश टिकैत भी मौजूद थे।