किसान आंदोलन के मुद्दे पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने टाइम्स नाउ नवभारत चैनल पर केंद्र सरकार की कृषि नीतियों को जमकर कोसा। जब राकेश टिकैत से आंदोलन पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, हमारा मकसद केवल केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनों कानून वापस करवाना है।
आंदोलन के मुद्दे और किसान नेता चढूनी द्वारा बॉर्डर न खोलने की धमकी पर टिकैत ने कहा, दिल्ली जाना हमारा अधिकार है। उन्होंने कहा, हम सिर्फ इतना कह रहे हैं कि आप बॉर्डर खोलो तो सबसे पहले दिल्ली में दाखिल होने वाले हम होंगे।
टिकैत ने कहा कि जिस तरह से सरकार ने कई लोगों के साथ मिलकर 12 दौर की बातचीत की थी, उसी तरह उन्हें बात करने के लिए हमे मेल भेजना चाहिए। जगह और समय बता दें हम जाकर मुलाकात कर लेंगे।
एंकर ने पूछा, आपको मंडी कहां लगानी है यह पता है लेकिन कृषि मंत्री का घर नहीं पता है? इस पर राकेश टिकैत ने कहा, हम ऐसे नहीं बैठेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश में कहीं भी जाकर अपनी फसल बेच सकते हो, इसलिए हम लोग दिल्ली जाएंगे। इस बात पर एंकर ने कहा कि राहुल गांधी के घर के बाहर जाकर फसल बेचिये?
इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि हम संसद में जाकर फसल बेचेंगे। सरकार जिस भाषा में समझना चाहती है हम उसे उसी भाषा में समझाएंगे। गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को 26 नवंबर को 1 साल पूरे हो जाएंगे। कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली एनसीआर के चारों बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं।