आगरा के जगदीशपुरा थाने के मालखाने में 25 लाख रुपए चोरी के शक में पकड़े गए सफाईकर्मी अरुण कुमार की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। इसको लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा, भाजपा सरकार में पुलिस खुद अपराध कर रही है तो फिर अपराध कैसे रुकेगा? आगरा में पहले साठगांठ कर थाने के मालखाने से 25 लाख की चोरी कराई गई फिर सच छिपाने के लिए गिरफ्तार किए गए सफाईकर्मी की कस्टडी में हत्या स्तब्ध करती है।
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लिखा, किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है।
पीड़ित परिवार से मिलने जा रही प्रियंका गांधी को जब यूपी पुलिस ने रोका तो उन्होंने ट्विटर पर लिखा, अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई। उनका परिवार न्याय मांग रहा है। मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं। उप्र सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है। आज भगवान वाल्मीकि जयंती है, पीएम ने महात्मा बुद्ध पर बड़ी बातें की, लेकिन उनके संदेशों पर हमला कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के इंदौर से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने लिखा, हिटलरवादी दृष्टिकोण यही है।
राजनेताओं के साथ आम ट्विटर यूजर्स ने भी योगी आदित्यनाथ को घेरा। संदीप कपूर (@Sandeep_kapoo) ने लिखा, भाजपा सरकार और यह पुलिस जो गुंडे-बदमाशों की तरह व्यवहार कर रही है। याद रखें समय भी परिवर्तित होता है और सत्ता भी पलटेगी। प्रदेश की जनता देख रही है। रणविजय सिंह (@ranvijaylive) लिखते हैं, हिरासत में मौत के मामले में यूपी नंबर वन है। ऐसा पोस्टर भी लगना चाहिए।
क्या है पूरा मामला? दरअसल, यूपी के आगरा जिले के जगदीशपुरा थाने में शनिवार को 25 लाख की चोरी हो गई थी। जिसको लेकर पुलिस ने सफाई कर्मी को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार सफाई कर्मी के घर से 10 लाख रुपए से अधिक बरामद किए गए थे। पुलिस की हिरासत में सफाई कर्मी की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।