बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही चुनावी दंगल की शुरुआत हो चुकी है। तमाम राजनीतिक पार्टियां शिक्षा, रोजगार और विकास के मुद्दों के साथ चुनावी मैदान में हैं। बिहार के हर चुनाव में शिक्षा का मुद्दा जरूर होता है। सभी पार्टियां अपनी सरकार बनने के बाद शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त किए जाने का वादा करती हैं। इस वादे के साथ किसी पार्टी की सरकार बन भी जाती है, लेकिन शिक्षा व्यवस्था के हालात जस के तस रहते हैं। बिहार की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
बच्ची ने की सरकार से यह मांग
इस वायरल वीडियो में एक बच्ची आंखों में आंसू लिए सरकार से बहुत ही करुण आवाज में एक मांग कर रही है। इस बच्ची की सरकार से यही मांग है कि वह जिस जगह पर स्कूल पढ़ने जाती है वहां इमारत बना दी जाए ताकि धूप और बारिश की वजह से उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो। वायरल वीडियो में बच्ची की आवाज में एक दर्द नजर आता है। बच्ची की आवाज बता रही है कि वह पढ़ना चाहती है, लेकिन खुले आसमान के नीचे उसे कभी बारिश तो कभी तेज धूप की वजह से अपनी पढ़ाई का त्याग करना पड़ता है।
बच्ची ने वीडियो में क्या कहा?
वीडियो में बच्ची कह रही है, “बहुत दिक्कत होता है। बिल्डिंग बना दे तकलीफ होता है बहुत पढ़ने में। बारिश होता है तो इधर-उधर भागना पड़ता है। धूप भी लगता है तो भागना पड़ता है इधर-उधर। बारिश होता है तो घर चले जाते हैं और जब बंदा होता है तो आ जाते हैं पढ़ने। यह सब भीग जाता है तो कहीं-कहीं बैठना पड़ता है। बिल्डिंग बना दे, स्कूल बना दे।” बच्ची की इस बातचीत के बाद रिपोर्टर कहता है कि देश की बेटी सरकार से उस चीज की मांग कर रही हो जो इनकका अधिकार है और इन्हें मिलना चाहिए।
बच्ची की दर्द भरी आवाज ने चीर दिया कलेजा
वायरल वीडियो ट्विटर पर @mr_mayank नाम के अकाउंट से पोस्ट किया गया है। इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, “भाजपा और कांग्रेस को भूल जाइए। सुनिए इस लड़की की जुबानी, एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई के उसके संघर्षों को, जहां न तो ढंग की इमारत है और न ही शौचालय। उसकी आवाज़ में जो दर्द है, वो आपका हार्ट ब्रेक कर देगा। यह वीडियो बिहार में कहां का है इस बारे में कोई जानकारी इस पोस्ट में तो नहीं दी गई है, लेकिन सोशल मीडिया पर इस वीडियो को बिहार सरकार में मंत्री मदन सहनी के निर्वाचन क्षेत्र का बताया जा रहा है। हालांकि जनसत्ता इसकी पुष्टि नहीं करता।