गृह मंत्रालय ने गुरुवार (16 अप्रैल, 2020) को दो पन्ने की एडवायजरी जारी कर कहा कि जूम (zoom) ऐप सुरक्षित नहीं है और सरकारी अधिकारी आधिकारिक कार्यों के लिए इसका इस्तेमाल नहीं करें। गृह मंत्रालय के साइबर समन्वय केंद्र (साइकोर्ड) ने एक परामर्श में यह चेतावनी जारी की है। इससे पहले यह चेतावनी, कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सर्ट-इन) द्वारा जारी की गई थी। मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि सरकारी अधिकारियों द्वारा आधिकारिक कार्यों के लिए इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल नहीं किया जाए।
कोरोना वायरस महामारी पर काबू के लिए केंद्र सरकार द्वारा घोषित देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान घर से काम करने वाले अधिकारियों के लिए जूम एक लोकप्रिय मंच बन गया। मंत्रालय ने कहा कि दस्तावेज में सर्ट-इन द्वारा पहले जारी परामर्श का जिक्र किया गया है। इसमें कहा गया है कि जूम एक सुरक्षित मंच नहीं है। यह निर्देश उन लोगों की सुरक्षा के लिए जारी किए गए हैं जो अब भी व्यक्तिगत मकसदों के लिए इस मंच का उपयोग करते हैं।
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एक अधिकारी ने कहा कि कारोबारी हों या सरकारी अधिकारी इसका इस्तेमाल करने से बंचे। भारत की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ने पहले ही उपयोगकर्ताओं को इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप में लगाई जाने वाली सेंध को लेकर जागरूक किया था। पासवर्ड लीक होने और हैकर्स द्वारा वीडियो कॉल कांफ्रेंस के दौरान हाईजैक किए जाने की शिकायतों के बाद ये गाइडलाइन जारी की गई हैं। (एजेंसी इनपुट सहित)