दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल सोमवार (11 अक्टूबर, 2021) सुबह 11 बजे राजधानी के सभी स्कूलों में “देश के मेंटर” प्रोग्राम की शुरुआत करेंगे। इस प्रोग्राम का मकसद दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को सशक्त बनाना और उन्हें आगे का रास्ता दिखाना है।

सरकार की अपील है कि एक बच्चे के कल को संवार कर देश के भविष्य को अच्छे से संवारा जा सकता है। यह काम “देश के मेंटर” बनकर किया जा सकता है। आप सरकार का कहना है, “दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की जिंदगी में बड़ा बदलाव लाने के लिए आप भी देश के मेंटर प्रोग्राम का हिस्सा बनें। इन बच्चों को आपकी जरूरत है। इनकी पढ़ाई और करिअर के मामले में आप सलाह देकर बड़े भाई या बहन की भूमिका निभा सकते हैं। थोड़ी दूर इनकी अंगुली पकड़ कर साथ चल देंगे, तो ये अपने सपनों का फासला आसानी से तय कर सकेंगे।”

कौन बन सकता है मेंटर? केजरीवाल सरकार के इस प्रोग्राम के तहत मेंटर बनने के लिए कुछ योग्यताएं होनी चाहिए। उक्त व्यक्ति की उम्र 35 साल से कम होनी चाहिए। साथ ही वह किसी अच्छे विश्वविद्यालय से पढ़ा हुआ हो या युवा प्रोफेशनल हो या आंत्रप्रन्योर हो और खुद का कारोबार करता हो या फिर खेल/लेखन/गायन/कला क्षेत्र में कुछ अच्छा कर रहा हो।

अगर आपको लगता है कि आप मेंटर बनकर बच्चों का भविष्य संवार सकते हैं, तब इसके लिए सरकार ने एक नंबर भी दिया है। इच्छुक लोगों को इस पर मिस कॉल देनी होगी। यह नंबर है: 75-0004-0004।

मीडिया रिपोर्ट्स में एक सीनियर अफसर के हवाले से बताया गया कि अगर कोई युवा बच्चों को गाइड करना चाहता है, तब वह दिल्ली टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के तैयार किए मोबाइल ऐप के जरिए अपना आवेदन भर सकता है। शिक्षा निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी बताया कि प्रोग्राम के अंतर्गत मेंटर को चुने हुए बच्चों के साथ लगातार संपर्क में (फोन के जरिए) रहना होगा।

यह कार्यक्रम सितंबर में औपचारिक तौर पर लॉन्च किया जाएगा और फिलहाल इसके पायलट प्रोजेक्ट पर काम हुआ है, जिसके बारे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि वह बहुत ही सफल रहा है।