गर्मी का प्रकोप हर साल कुछ बढ़ता जा रहा है। खासकर शहरी इलाकों में रहने वालों के लिए तो गर्मी एक मुसीबत की तरह आती है। इसका समय भी बढ़ता जा रहा है, यानी अब आधे साल से अधिक समय तक गर्मी पड़ने लगी है। ऐसे में बाहर का ताप शरीर के तापमान को लगातार अपनी गिरफ्त में लिए रहता है। इससे कई तरह की समस्याएं पैदा होती हैं। जिन लोगों को पहले से दिल आदि से संबंधित परेशानियां हैं, उन्हें इस मौसम में खासकर सावधान रहने की जरूरत होती है।

विशेषज्ञ कहते हैं कि गर्म मौसम में हमें खुद को ठंडा रखने पर ध्यान देना चाहिए। यह हमारे अंदरूनी अंगों के लिए बहुत जरूरी है। दरअसल, गर्मी बढ़ने के साथ लू लगने से लेकर हाइपरटेंशन तक की समस्या बढ़ने लगती है। इससे दिल का दौरा और कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए आइए जानें कि इस मौसम में दिल को कैसे स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।

दिल और गर्मी का संबंध
अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन की प्रमुख पत्रिका सकुर्लेशन में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक गर्मी जैसे-जैसे बढ़ती है, दिल की बीमारी से जूझ रहे लोगों में मृत्यु का आंकड़ा बढ़ने लगता है। इतना कि सामान्य दिनों की तुलना में यह संख्या दोगुनी या तिगुनी भी बढ़ सकती है। वहीं अमेरिकी स्ट्रोक एसोसिएशन का अध्ययन बताता है कि तापमान में बढ़ोतरी होने पर दिल के दौरे के खतरे बढ़ जाते हैं।

पसीने का प्रभाव
यों तो लोग मानते हैं कि पसीना निकलने से शरीर के रोमकूप खुल जाते हैं। पसीना निकलते रहना चाहिए, नहीं तो शरीर में अंदरूनी परेशानियों का खतरा बना रहता है, मगर पसीना स्वास्थ्य की दृष्टि से नुकसानदेह भी हो सकता है। पसीना होने से गर्मी में थोड़ी राहत जरूर मिलती है, पर दिल की मुसीबत बढ़ जाती है।

दरअसल, गर्मी में राहत पाने के लिए शरीर अपने प्रमुख अंगों में मौजूद रक्त के पानी को त्वचा के जरिए पसीने के रूप में बाहर निकाल देता है। पसीना निकलने पर हम थोड़ी ठंडक महसूस करते हैं, लेकिन ज्यादा पसीना निकलने से हमारे खून में पानी की मात्रा कम हो जाती है। अब इस खून को शरीर में प्रवाहित कराने के लिए हमारे दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसके चलते दिल पर जोर बढ़ जाता है। यह दबाव उसके जोखिम को और बढ़ा देता है।

सावधानियां
यों दिल संबंधी समस्या हो तो घरेलू उपचार पर बहुत भरोसा नहीं करना चाहिए, तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए। पर इस मौसम में अगर कुछ सावधानियां बरतें, तो दिल संबंधी गंभीर खतरों से दूर रहा जा सकता है। दिल के मरीजों के लिए बढ़ते खतरे को देखते हुए अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन ने एहतियात के तौर पर पांच उपाय बताए हैं। चिलचिलाती धूप और बढ़ती उमस में हर किसी को इन उपायों को अपनाने की जरूरत है।

घर से बाहर निकलने के समय का ध्यान रखें
तपती गर्मी में घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं होता। इस मौसम में लू लगने के साथ-साथ दिल के लिए भी खतरा बढ़ जाता है। इसलिए चिलचिलाती धूप में घर से बाहर निकलने से परहेज करें। जरूरी हो तो बाहर निकलने के लिए दोपहर बाद का समय चुनें।

कपड़ों का खास खयाल रखें
ऐसे कपड़े पहनें, जिनका रंग और वजन हल्का हो, जैसे सूती कपड़े। उन कपड़ों को पहनें, जो शरीर से पसीने को दूर करने में मदद करें। आंखों की सुरक्षा के लिए धूप का चश्मा और सिर पर टोपी पहनें। घर से बाहर निकलने से पहले त्वचा की सुरक्षा का उपाय करें।

निर्जलीकरण से बचें
घर से बाहर निकलने से पहले पर्याप्त पानी पीकर निकलें। साथ ही पानी की बोतल अपने साथ लेकर जाएं। ऐसा व्यायाम करने से पहले और बाद में भी करें। कैफीन युक्त या एल्कोहल युक्त पेय लेने से परहेज करें।

बीच-बीच में ठहरें
इस मौसम में जब भी घर से बाहर निकलें, निश्चित अंतराल के बाद बीच-बीच में छायादार जगहों पर रुकें, आराम करें और पानी पीएं।

दवा का ध्यान रखें
अगर आपको लगता है कि गर्मी के कारण हृदय गति बढ़ने या कम होने की समस्या हो रही है, तो तुरंत किसी डाक्टर से सलाह लें। अगर कोई दवा ले रहे हैं, तो उसके समय का ध्यान रखें।
(यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी और जागरूकता के लिए है। उपचार या स्वास्थ्य संबंधी सलाह के लिए विशेषज्ञ की मदद लें।)