Palmistry: हथेली पर बनी विभिन्न रेखाओं का क्या अर्थ होता है और किस रेखा का संबंध किस चीज से होता है। इसकी पूरी जानकारी हस्तरेखा शास्त्र में दी गई है। आइए जानते हैं कि हथेली में विवाह रेखा कहां होती है और हस्तरेखा शास्त्र में इस संबंध में क्या जानकारी दी गई है।

हथेली में कहां होता है विवाह रेखा

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार कनिष्ठा उंगली के नीचे और हृदय रेखा के ऊपर हाथ के बाहरी भाग से आरंभ होकर बुध पर्वत की ओर जाती हुई रेखा को विवाह रेखा कहते हैं। इस रेखा से ही जातक के विवाह की जानकारी मिलती है। वहीं यह भी कहा जाता है कि इस रेखा से यह भी पता चलता है कि जातक का विवाह कब होगा और उसका जीवन साथी कैसा होगा।

लंबी विवाह रेखा का क्या मतलब होता है?

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार अगर आपके हथेली पर लंबी विवाह रेखा है और यह सूर्य रेखा की छू रही है, तो आपका वैवाहिक जीवन सफल होगा। साथ ही आपका विवाह भी अच्छे स्थान पर होगा।

विवाह रेखा में वक्र होना

विवाह रेखा में वक्र होना भी शुभ संकेत माना गया है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार विवाह के बाद आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहेगी। साथ ही आप वैवाहिक जीवन खुशहाल बना रहेगा।

कटी हुई विवाह रेखा

हथेली पर कटी हुई विवाह रेखा को अशुभ माना गया है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार के ऐसा होने पर जातक के विवाह में कई परेशानियां हो सकती है। साथ ही वैवाहिक जीवन में भी कई समस्याएं हो सकती हैं।

छोटी विवाह रेखा

हथेली पर छोटी विवाह रेखा का मतलब होता है कि जातक की शादी के योग देरी से बनेंगे। वहीं हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार आप वैवाहिक जीवन में धैर्य नहीं रख सकते हैं। एक मजबूत रिश्ता बनाने में भी आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

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