Daridra Yoga In Hand: हस्तरेखा शास्त्र में हाथ की रेखाओं और चिह्नों के आधार पर फलित किया जाता है। वहीं हाथ कई पर्वत भी होते हैं। इन पर्वतों का संबंध ग्रहों के होता है। आपको बता दें कि इन रेखाओं और निशानों से कई शुभ और अशुभ योगों का निर्माण होता है। यहां हम ऐसे ही एक अशुभ योग के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका नाम है दरिद्र योग। इस योग के कारण व्यक्ति को भाग्य का साथ नहीं मिलता है। साथ ही उसकी आर्थिक स्थिति भी खराब रहती है। कई बार उसको अपनी आजीविका बदलनी पड़ती है। आइए जानते हैं इस योग के बारे में…
जानिए कैसे बनता है दरिद्र योग
हस्तरेखा शास्त्र अनुसार हाथ में जब सूर्य रेखा अत्यंत कमजोर और टूटी हो, तो दरिद्र योग बनता है। वहीं शुक्र पर्वत पर शंख या भंवर का चिह्न हो तो भी इस योग का निर्माण होता है। यदि मध्यमा के ऊपरी सिरे पर क्रॉस का निशान हो तो भी यह योग बनता है। इसके साथ ही हाथ में बहुत अधिक आड़ी- तिरछी रेखाएं और जाल हो तो भी यह योग बनता है। आइए जानते हैं इसका मानव जीवन पर प्रभाव…
भाग्य का नहीं मिलता साथ
हस्तरेखा शास्त्र अनुसार दरिद्र योग के कारण व्यक्ति को किस्मत का साथ नहीं मिलता है। साथ ही कई बार उसको व्यापार में बदलाव करना पड़ता है। वहीं बनते- बनते काम बिगड़ जाते हैं। शादी होने में अड़चन आती है। वहीं अगर विवाह हो भी जाए तो जीवनसाथी के साथ मनमुटाव रहता है।
आर्थिक स्थिति रहती है खराब
हस्तरेखा शास्त्र अनुसार हाथ में दरिद्र योग होने से व्यक्ति सभी भौतिक सुखों से वंचित रहता है। साथ ही उसकी आर्थिक स्थिति खराब रहती है। उसे कोई लाइलाज बीमारी हो जाती है और धन बीमारी पर खर्च होता है। वह सेविंग नहीं कर पाता है। व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक परेशानियों से जूझना पड़ता है। डिप्रेशन होता है। उसके अपने परिवार के सदस्यों के साथ संबंध खराब हो जाते हैं। व्यक्ति पर झूठे इल्जाम भी लगते हैं। वहीं मान्यता है कि पिछले जन्म में बुरे कर्मों के कारण भी व्यक्ति को इस दोष का सामना करना पड़ता है।