Swami Prasad Maurya: यूपी सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य को एक युवक ने माला पहनाने के दौरान थप्पड़ मारने की कोशिश की। हालांकि, इस दौरान भीड़ ने युवकों को पकड़ लिया और उनकी जमकर पिटाई की। मौके पर मौजूद पुलिस ने किसी तरह आरोपियों को भीड़ के चंगुल छुड़ाया। इस आरोपी युवक के साथ एक अन्य युवक को भी सहयोगी के रूप में चिह्नित किया गया है।
घटना बुधवार को रायबरेली के गोल चौराहे की है। जब RSSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य यहां पहुंचे थे। इसी दौरान समर्थक उनका फूल-माला पहनाकर स्वागत कर रहे थे। तभी एक युवक ने माला पहनाने के दौरान मौर्य को थप्पड़ मारने की कोशिश की। इस घटना से स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थक भड़क उठे और उन्होंने आरोपी युवकों को पीटना शुरू कर दिया। लात-घूंसों और डंडों की पिटाई से आरोपी घायल हो गए। पुलिस वाले उन्हें बचाकर मौके से ले गए।
हालांकि, इस घटना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और आरोपी युवक से पूछताछ की जा रही है। पुलिस की गिरफ्त में आए हमलावर ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार सनातन का विरोध करते हैं इसलिए उन पर हमला किया।
बता दें, स्वामी प्रसाद लगातार विवादित टिप्पणियां करने के कारण चर्चा में रहे हैं। बुधवार को जब वह रायबरेली पहुंचे तो उनके कार्यकर्ताओं ने मोटल चौराहे पर उनका स्वागत किया। पूर्व कैबिनेट मंत्री और अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य को एक युवक ने शहर के गोल चौराहे पर थप्पड़ मार दिया।
स्वामी प्रसाद मौर्य फतेहपुर जाते समय रायबरेली में रुके थे। मिल एरिया थाना क्षेत्र के सारस चौराहे पर कार्यकर्ता उनका स्वागत कर रहे थे, इसी दौरान एक युवक ने स्वामी प्रसाद मौर्य को थप्पड़ मारने की कोशिश की। स्वामी प्रसाद के साथ इस अप्रत्याशित घटना से नाराज कार्यकर्ताओं ने युवकों को दौड़ाकर काफी पीटा। इसके बाद उसको पुलिस को सौंप दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दो युवक पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खड़े थे। जैसे ही कार्यकर्ता उनका स्वागत करने लगे, इसी बीच भीड़ में पीछे से एक युवक आया और पूर्व मंत्री को माला पहनाते हुए पीछे से उन पर हमला कर दिया। घटना से भड़के पूर्व मंत्री समर्थकों ने आरोपित युवक और उसके साथी को जमकर पिटाई की।
मिल एरिया थानाध्यक्ष अजय राय का कहना है कि युवकों द्वारा पूर्व मंत्री से अभद्रता व उनपर हमले का प्रयास किया गया था। दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपितों ने अपने नाम रोहित द्विवेदी व शिवम यादव बताए हैं। मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। बता दें, घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
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घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य में कहा कि ये लोग करणी सेना के नाम पर कीड़े-मकोड़े हैं। ये लोग खुलेआम कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं। दिनदहाड़े चौराह पर मारपीट से पता चलता है कि योगी सरकार में गुंडे-माफियाओं के हौसले कितने बढ़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक जाति विशेष के लोगों को अपराध करने का लाइसेंस मिला है। प्रदेश में जंगलराज फैला हुआ है। जब पुलिस की मौजूदगी में अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद है तो ये अकेले में क्या करते होंगे।
भीम आर्मी चीफ ने घटना की निंदा की
वहीं, इस घटना के बाद भीम आर्मी चीफ और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली में पूर्व मंत्री, वैचारिक व मिशनरी साथी स्वामी प्रसाद मौर्य जी पर हमला निंदनीय और शर्मनाक है। लोकतंत्र में विचारों से असहमति का समाधान बहस और संवाद है, हिंसा नहीं। इस तरह का कृत्य न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा पर हमला है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और राजनीतिक मर्यादा पर भी चोट है। आजाद समाज पार्टी इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा करती है साथ ही यूपी डीजीपी से मांग करती है कि इस घटना के दोषी हमलावरों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
स्वामी प्रसाद करते हैं सनातन का विरोध
स्वामी प्रसाद को थप्पड़ मारने वाले युवक रोहित द्विवेदी ने कहा कि उन्होंने सदैव ब्राह्मणों को गाली देने के साथ, भगवान राम और सनातन का विरोध किया है। इसी कारण हमने थप्पड़ मारा है। रोहित ने स्वयं को करणी सेना का सदस्य बताया है।
दो साल पहले भी लखनऊ में हुआ था हमला
स्वामी प्रसाद मौर्य पर दो साल पहले भी हमला हुआ था। लखनऊ में पिछड़ा वर्ग महासम्मेलन इंदिरा गांधी भवन में था, जहां पहुंचते ही जब वे अपनी कार से उतरे तो एक युवक ने उन पर जूता फेंककर मारा। हमलावर वकील की ड्रेस पहनकर उन तक पहुंच गया था, लेकिन तब भी स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों ने हमलावर को दबोच लिया था, फिर उसे इतना पीटा था कि वह अधमरा होकर गिर गया था। पुलिस ने बीच-बचाव करके हमलावर को स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों से बचाया था। बता दें, स्वामी प्रसाद मौर्य यूपी की मायावती, मुलायम सिंह और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे।