लंबे समय तक भाजपा और फिर कांग्रेस में रहे शॉटगन शत्रुघन सिन्हा ने जब टीएमसी का दामन थामा तो उन पर तमाम तरह के सवाल उठने लगे। टीएमसी की ओर से उन्हें उपचुनाव में प्रत्याशी भी बनाया गया है। हाल ही में कोलकाता में लगे अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में टीएमसी के एक विधायक ने बिहार के लोगों के बारे में एक बयान दिया। इस बयान पर भाजपा विधायक तथा बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदू अधिकारी ने शत्रुघ्न सिन्हा से जवाब मांगा है।

कोलकाता अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में हुगली से विधायक और टीएमसी नेता मनोरंजन ब्यापारी ने कहा, “अगर आपकी रगों में बंगाली खून दौड़ता है… अगर खुदीराम और नेताजी (सुभाष चंद्र बोस) का खून आपकी नसों में बहता है और अगर आप अपनी मातृभाषा और मातृभूमि से प्यार करते हैं, तो आपको जोर से चिल्लाना होगा – ‘एक बिहारी, सौ बिमारी’। हम रोग नहीं चाहते हैं। बंगाल को रोग मुक्त बनाएं। जय बांग्ला, जय दीदी ममता बनर्जी।”

इसका वीडियो जब वायरल हुआ तो विवाद खड़ा हो गया। भाजपा नेता शुभेंदू अधिकारी ने ट्वीट किया, “बिहारी बाबू श्री शत्रुघ्न सिन्हा से मेरा विनम्र सवाल है कि कि महोदय, टीएमसी विधायक मनोरंजन ब्यापारी के इस शर्मनाक बयान के बारे में आप क्या महसूस करते हैं? आपकी पार्टी के नए सहयोगी बिहारियों के प्रति अपनी भावनाओं के बारे में बहुत पारदर्शी हैं।”

अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा को तृणमूल कांग्रेस ने आसनसोल लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है जिसके लिए उन्होंने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी के प्रति आभार प्रकट किया। इसके साथ ही सिन्हा ने विरोधियों द्वारा लगाए गए “बाहरी” होने के आरोप को खारिज कर दिया। सिन्हा दो-दो बार राज्यसभा और लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने कहा, “देश का भविष्य बनर्जी के हाथों में है। मैं देशभर में ‘खेला होबे’ का विस्तार कर उनके हाथ मजबूत करूंगा।”

उन्होंने कहा, “लोकसभा उपचुनाव में आसनसोल से ममता बनर्जी ने मुझे खुद तृणमूल उम्मीदवार घोषित किया है, यह मेरे लिए गर्व की बात है। वह जांची परखी और सफल नेत्री हैं जिनके हाथ में देश का भविष्य है। आज की सरकार विभाजनकारी राजनीति करती है जिसके विरुद्ध बनर्जी खड़ी हो सकती हैं।”

यह पूछे जाने पर कि उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ आने के लिए कांग्रेस का दामन छोड़ा, सिन्हा ने कहा, “मैं केवल इतना कहूंगा कि मैंने सांप्रदायिक सौहार्द और लोगों के कल्याण के लिए लड़ाई में बनर्जी का साथ दे रहा हूं।”