राजधानी में अकसर देखा गया है कि जब किसी हाई प्रोफाइल शख्स के साथ झपटमारी होती है, तो दिल्ली पुलिस कहीं अधिक सक्रिय दिखाई देती है और साख बचाने के लिए आरोपियों को कुछ ही घंटों के अंदर गिरफ्तार कर लेती है। ताजा मामला महिला सांसद आर. सुधा का है, जिनके साथ चार अगस्त को झपटमारी हुई थी और छह अगस्त को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, आमजन के साथ हुई झपटमारी के मामलों में पुलिस उतनी सक्रियता नहीं दिखाती।
30 जून तक 2,503 मामले दर्ज किए गए थे
दिल्ली पुलिस के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राजधानी में इस साल के पहले छह महीनों में झपटमारी के 2,500 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इससे पता चलता है कि प्रतिदिन औसतन लगभग 14 झपटमारी की घटनाएं सामने आ रही हैं। हालांकि, पुलिस को इन मामलों में सफलता कम मिल रही है और अधिकतर मामलों को सुलझाना एक चुनौती बना हुआ है। दिल्ली पुलिस मुख्यालय की जानकारी के मुताबिक, 30 जून तक झपटमारी के कुल 2,503 मामले दर्ज किए गए थे।
जानकारों की मानें तो संगीन अपराधों को छोड़कर शहरी क्षेत्रों में पुलिस केवल 40-50 प्रतिशत मामलों को ही सुलझा पाती है। पूर्व पुलिस अधिकारी छिद्दा सिंह रावत ने बुधवार को बताया कि दिल्ली में भी झपटमारी के लगभग 50-60 प्रतिशत मामले अनसुलझे रह जाते हैं। रावत ने इसके कई कारण भी बताए। उनका कहना है कि पुलिस आज़ादी से पहले के कानून के तहत काम कर रही है, जो वर्तमान अपराधों से निपटने में पूरी तरह सक्षम नहीं है।
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, इस वर्ष 30 जून तक दिल्ली में झपटमारी के कुल 2,503 मामले दर्ज किए गए। वर्ष 2024 में इसी अवधि के दौरान 3,381 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2023 में 3,865 मामले दर्ज हुए थे। ये आंकड़े मामलों की संख्या में गिरावट दर्शाते हैं। नई दिल्ली पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार महला ने बताया कि जिले में 48 प्रतिशत झपटमारी के मामलों में कमी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि 2023 में नई दिल्ली जिले में झपटमारी से संबंधित 166 सूचनाएं पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को मिली थीं। वहीं, वर्ष 2024 में यह संख्या घटकर 138 हो गई और इस वर्ष पांच अगस्त तक यह संख्या और घटकर 72 हो गई।
इन मामलों में दिखी चुस्ती
12 अक्तूबर 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी दमयंती बेन मोदी के साथ झपटमारी हुई, जिसमें उनका बैग छीन लिया गया था। पुलिस ने एक दिन के बाद 13 अक्तूबर को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
15 मार्च 2022: दरिया गंज में भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल के साथ झपटमारी हुई। बदमाशों ने उनका मोबाइल छीन लिया और फरार हो गए। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए झपटमारों को चंद घंटों में गिरफ्तार किया था। मुख्य आरोपी ने 2200 में फोन बेच दिया था।
20 अक्टूबर 2024: फ्रांस के राजदूत के साथ चांदनी चौक में उनकी पत्नी के साथ घूमते वक्त झपटमारी हुई। पुलिस ने इस मामले में भी त्वरित कार्रवाई करते हुए दस दिनों के भीतर चर आरोपियों को पकड़ लिया था।
23 सितंबर 2017: यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिया लाल किले के पास तस्वीरें ले रहे थे, तभी बदमाशों ने उनका मोबाइल झपट लिया और फरार हो गए। भले ही पुलिस को इस मामले में पुलिस को चार महीने का वक्त लगा पर आरोपी पकड़े गए थे।