उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दौरान जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा नेता शिवपाल यादव की तारीफ की तो नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव यह यह कहते हुए सरकार की चुटकी ली कि मुख्यमंत्री को हमारे चाचा की बड़ी चिंता है और अब तो वह भी उन्हें चाचा बोल रहे हैं।

दरअसल शुक्रवार (27-मई-2022) को विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए सपा विधायक शिवपाल यादव को ‘मेहनती और ईमानदार’ नेता बताते हुए उनकी तारीफ की थी।

शिवपाल और अखिलेश के बीच मनमुटाव को लेकर साधा निशाना: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहयोगी दलों और विपक्षी दलों का जिक्र करते हुए बिना नाम लिए शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि “अंतर यही है हम साथ-साथ हैं और पास-पास भी हैं, लेकिन आप-पास भी हैं, लेकिन साथ-साथ नहीं है। आप पास-पास होते हुए भी साथ-साथ नहीं हैं।”

योगी ने अपने भाषण के दौरान कहा कि “आप कितना भी कह लें समाजवादी, लेकिन आज समाजवाद को आपने एक मृगतृष्णा बना दिया है और मुझे लगता है कि जब भी समाजवाद की बात होती थी तब लोहिया की चर्चा होती थी, जयप्रकाश नारायण की चर्चा होती थी। संघर्षशील नेताओं की चर्चा होती है।” वहीं, आगे उन्होंने कहा कि “आजकल कभी-कभी शिवपाल यादव जी के लेख देखता हूं तो लगता है सही मायनों में लोहिया जी को पढ़ना चाहिए।”

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की हार के बाद से शिवपाल यादव और अखिलेश यादव में लगातार मनमुटाव की खबरें आ रही है। वहीं, अप्रैल में शिवपाल यादव के बारे में बोलते हुए “अखिलेश यादव ने कहा था कि भाजपा से मिलने वाला सपा में नहीं रहेगा।” उनकी इस टिप्पणी को “गैर-जिम्मेदाराना” बताते हुए शिवपाल यादव ने कहा था कि “अगर अखिलेश ऐसा ही सोचते हैं तो उन्हें पार्टी से निकल दें”

बता दें, 2016 में अखिलेश यादव के सपा का प्रमुख बनने के बाद से दोनों के रिश्तों में दरार आ गई थी। 2017 के विधानसभा चुनावों में शिवपाल यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी नाम से नई पार्टी  बनाकर चुनाव लड़ा था। फिर 6 साल बाद 2022 के विधानसभा चुनाव लड़ने के दोनों चाचा भतीजे एक साथ आ गए थे।