उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के तीसरे दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी बहस देखने को मिली। दोनों पक्ष की ओर से जमकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाया गया। वहीं, गर्मी निकालने को लेकर विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला होला। उन्होंने सदन में कहा कि गर्मी विज्ञान का एक बहुत सुन्दर कांसेप्ट है। गर्मी कभी भी खत्म नहीं होती है, यह तो केवल ट्रांसफर होती है। जैसा कि हाल के बनारस के एमएलसी चुनाव में हुआ। एमएलसी चुनाव में भाजपा ने अपना प्रत्याशी उतारा लेकिन वहां एक निर्दलीय प्रत्याशी जीत गया। भाजपा की वहां गर्मी उतर गई।
अखिलेश ने आगे प्रदेश में बिजली की समस्या को उठाते हुए सरकार पर हमला बोला और कहा कि हर बार भाजपा की ओर यही रटाया जाता है कि सपा सरकार के समय केवल चार जिलों में ही बिजली आती थी, लेकिन इस बार बिजली गई तो सरकार की थोड़ी गर्मी निकल गई। अपनी गर्मी निकालने के लिए कुछ अधिकारी ससपेंड कर दिए।
अखिलेश के इस भाषण के दौरान ही सदन में समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव भी मुस्कुराने लगे, वहीं ये बात सुनकर सीएम योगी आदित्यनाथ भी हंसते हुए दिखाई दिए।
बिजली कारखानों को दी चुनौती:अखिलेश यादव ने प्रदेश में बिजली चर्चा करते हुए सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि सरकार बताए उसने बीते पांच सालों में कौन-सा बिजली का कारखाना प्रदेश में लगाया है? मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि पांच साल में यूपी में किती बिजली क्षमता बढ़ाई गयी है। हमें तो एक-एक प्लांट याद है। सरकार के लोग यदि ये बता पाए कि कब- कब कौन-सा प्लांट लगाया गया है तो मैं अपना भाषण यहीं समाप्त कर दूंगा। अगर बिजली की कोई समस्या नहीं थी तो फिर बिजली मंत्री को क्यों हटाया गया। शायद इन लोगों ने अपनी गर्मी निकालने के लिए मंत्री जी को हटाया होगा।
वहीं, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या से अखिलेश यादव ने पूछा अब आप (केशव जी) बताइए आप फिर से डिप्टी CM बन गए तो किसकी गर्मी निकली।