उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने मिलिट्री इंटेलीजेन्स की जम्मू कश्मीर यूनिट और उत्तराखंड पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से संदिग्ध आईएसआई एजेंट रमेश को गिरफ्तार किया है। एटीएस के अधिकारी ने बताया कि मिलिट्री इंटेलिजेंस के सहयोग से आफताब निवासी फैज़ाबाद को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ और जांच में कुछ और आईएसआई एजेन्ट राडार पर आए हैं। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में 20 मई को एटीएस थाना गोमतीनगर में मामला दर्ज गया था। जांच के दौरान 22 मई को पिथौरागढ़ निवासी रमेश सिंह से पूछताछ की गयी और उसके घर की तलाशी ली गई। रमेश ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए अपने राष्ट्रविरोधी कृत्यों के बारे में काफी कुछ बताया जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया।
अधिकारी ने कहा कि रमेश के पास से एक पाकिस्तानी मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है जो इसे आईएसआई से संपर्क करने के लिए दिया गया था। मोबाइल के डाटा से महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि रमेश से पूछताछ जारी है। अभियुक्त को पिथौरागढ़ की अदालत में कल पेश किया गया। यहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है।
अधिकारी ने बताया कि रमेश सिंह पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग में नियुक्त एक अधिकारी के साथ घरेलू कार्य के लिए 2015 में इस्लामाबाद गया था। वहां उसका संपर्क आईएसआई के लोगों से हुआ जिन्होंने उसको अपना एजेन्ट बना लिया। रमेश ने वहां रहते हुए तमाम सूचनाएं लीक की जिसके लिए इसे डॉलर में धन मिलता था। जब वह छुट्टी में भारत आता था तब डॉलर साथ लाता था और दिल्ली में रूपये में परिर्वितत कर अपने गाँव ले जाता था।
उन्होंने बताया कि सितम्बर 2017 में रमेश वापस भारत आ गया। उसे पाकिस्तानी आईएसआई अधिकारियों द्वारा भारत में जासूसी करने के लिए कहा गया और क्यू मोबाइल ब्रांड का एक Ÿफोन दिया गया जिसमें शक है कि जासूसी के लिए हो सकता है। इसका फोरेंसिक परीक्षण कराया जायेगा।