Nagar Nigam Elections: उत्तर प्रदेश में नगर निगम चुनाव के ऐलान के बाद सभी राजनीतिक दल सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। यह चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण की वोटिंग चार मई और दूसरे चरण की वोटिंग 11 मई को होगी, जबकि 13 मई को नतीजे आएंगे। ऐसे में कुछ खास सीटों पर सबकी नजरें हैं, इनमें से एक सीट फीरोजाबाद भी है। यह सीट अखिलेश यादव के चाचा राम गोपाल यादव की खास सीट मानी जाती है।

फीरोजाबाद सीट पर समाजवादी पार्टी के लिए फतह पाना बहुत आसान नहीं दिखाई देता है। इसकी बड़ी वजह असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन-AIMIM है। ऐसा क्यों है? आइए बताते हैं..

पिछले चुनाव की गणित से समझिए

पिछले नगर निगम मेयर पद चुनाव में फिरोजाबाद में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM दूसरे नंबर पर रही थी। फिरोजाबाद में मेयर पद चुनाव जीतने वाली भाजपा की नूतन राठौर को 98,932 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन की मशरूर फातिमा 56,536 वोट हासिल करने में सफल रही थीं। फिरोजाबाद में सपा और बसपा को मेयर पद चुनाव में क्रमश: तीसरे और चौथे नंबर से संतोष करना पड़ा था।

इस बार क्या होगा?

पिछले चुनाव के वोटों पर नजर डालें तो एक बात समझ आती है कि सपा और AIMIM के वोटो मिलकर भाजपा को आसानी से हराया जा सकता है। पिछली बार मुसलमानों ने एक तरफा एआईएमआईएम के पक्ष में वोटिंग की थी। यह हो सकता है कि इस बार सपा मुस्लिम वोटों को साधने का प्रयास करे और कामयाबी हासिल कर ले, वहीं दूसरी तरफ बसपा भी इस बार पूरी तैयारी में दिखाई दे रही है।

पिछली बार समाजवादी पार्टी की सावित्री गुप्ता को 45,925 वोट मिले थे जबकि मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी को की पायल राठौर को 41,528 वोट ही नसीब हुए। कांग्रेस पार्टी की परवीन 13,936 वोटों के साथ पांचवें नंबर पर रहीं। यहां आम आदमी पार्टी को महज 5546 वोट नसीब हुए थे।