उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मरीजों को सही मेडिकल केयर प्रदान करने में डॉक्टरों की तरह नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में घोषणा करते हुए कहा कि यूपी के युवाओं को हर साल एक लाख सरकारी नौकरी और निजी क्षेत्र में 12-15 लाख नौकरियां उपलब्ध कराई जाएंगी।

UP में हर साल 1 लाख को देंगे सरकारी नौकरी

सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को मिशन निरामय के तहत संस्थान में आयोजित प्रदेश के विभिन्न संस्थानों में नर्सिंग ऑफिसर पद पर भर्ती पाने वाले अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में मौजूद थे। इस दौरान नव चयनित 1,442 स्टाफ नर्सों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए सीएम योगी ने कहा, “यह एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। आप सभी इस बात से सहमत होंगे कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक मजबूत चिकित्सा व्यवस्था उसी तरह जरूरी है, जैसे किसी भी सभ्य समाज के लिए मजबूत शिक्षा व्यवस्था जरूरी होती है।”

उन्होंने कहा, “हमने तय किया है कि राज्य के युवाओं को हर साल एक लाख सरकारी नौकरी और प्राइवेट सेक्टर में 12-15 लाख नौकरियां उपलब्ध कराई जाएंगी।”

उत्तर प्रदेश के हर जिले में बनेंगे मेडिकल कॉलेज- सीएम योगी

नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ के महत्व पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “मरीजों की देखभाल और सहायता के माध्यम से नर्सिंग स्टाफ रिकवरी और वेलनेस में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।”उन्होंने कहा कि सरकार बिना किसी भेदभाव के जो कार्यक्रम चलाती है जिससे पिछले 6 सालों में राज्य में बदलाव आया है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा, “2017 में राज्य में कुल 12 मेडिकल कॉलेज थे। 2017 और 2022 के बीच और मेडिकल कॉलेज या तो बन चुके हैं या राज्य के 63 जिलों में बनाए जाएंगे।” एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य को जल्द ही साकार करने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता और नेतृत्व की वजह से प्रदेश के हर जिले में जल्द ही मेडिकल कॉलेज उपलब्ध होंगे।

बेरोजगारी दर घटकर लगभग 3-5 प्रतिशत रह गयी

सीएम ने कहा, “हमने सिफारिश की कि पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल का इस्तेमाल करके वहां मेडिकल कॉलेज बनाए जाएं क्योंकि वे विशेष चिकित्सा के लिए सबसे अच्छा माध्यम हैं।” नियुक्ति पत्र बांटते हुए उन्होंने दावा किया कि जब हम 2017 में सत्ता में आए थे तब बेरोजगारी दर 19 फीसदी के आसपास थी। आज यह घटकर लगभग 3-5 प्रतिशत रह गयी है।

उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए मिशन निरामय कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों के लिए स्टाफ नर्स के 1,974 पदों की भर्ती का उत्तरदायित्व एसजीपीजीआई को दिया गया था। संस्थान ने पदों की भर्ती परीक्षा के बाद परीक्षा परिणाम 10 अप्रैल को शासन को दे दिया था। अब चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे हैं।