उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित उन्नाव रेपकांड में मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गुरूवार को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उन्हें बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से निष्काषित कर दिया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले कुलदीप सिंह को बीजेपी ने सिर्फ पार्टी से निलंबित किया था। सीबीआई ने हाल ही में सेंगर समेत दस लोगों के खिलाफ उन्नाव केस की पीड़िता के हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं पर केस दर्ज किया है।
क्या है मामला: दरअसल, उन्नाव रेप रेपकांड के मुख्य आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पिछले साल से जेल में बंद हैं। लेकिन इस बीच रविवार को रेप पीड़िता अपने वकील और परिवारवालों के साथ के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा के पास जा रही थी। लेकिन इस दौरान एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी जिससे रेप पीडि़ता बुरी तरह घायल हो गई, जबकि एक गवाह समेत दो लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद इस मामले में विधायक सेंगर समेत करीब 20 अन्य लोगों को नामजद किया गया है। फिलहाल मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया गया जिसने बुधवार को अपनी जांच शुरू कर दी है। बता दें कि इस घटना के बाद से बीजेपी पर चारों तरफ से सेंगर को पार्टी से निकालने का दबाव था।
केस की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्नाव केस में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि सात दिन में एक्सीडेंट की जांच पूरी हो और केस को दिल्ली ट्रांसफर किया जाएगा। बता दें कि इस मामले पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी बीजेपी सरकार पर हमला बोला बोलते हुए ट्वीट में लिखा था, ‘हम क्यों कुलदीप सेंगर जैसे लोगों के हाथ में सत्ता की ताकत और संरक्षण देते हैं और क्यों पीड़ितों को अकेले लड़ने के लिए छोड़ देते हैं?’ प्रियंका ने यह भी मांग की कि सेंगर को पार्टी से निकाला जाए।