उत्तर प्रदेश के हाथरस में बीते दिनों पुलिस हिरासत में प्रताड़ना और रिश्वत से परेशान होकर दो भाइयों ने आत्महत्या कर ली थी। अबर ये मामला और आगे बढ़ता चला जा रहा है। जहां बीते 22 जून को 45 वर्षीय संजय सिंह और की मृत शरीर मिली थी जबकि उनके बड़े भाई 50 वर्षीय प्रमोद सिंह का मृत शरीर 24 जून को मिला। हालांकि प्रमोद की मृत शरीर के साथ सुसाइड नोट भी मिला।

होमगार्ड पद पर कार्यरत प्रमोद सिंह की डेड बॉडी के साथ मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि हाथरस जिले के सादाबाद थाना प्रभारी मुकेश कुमार और उपनिरीक्षक हरिओम अग्निहोत्री ने उनको और उनके छोटे भाई को पुलिस हिरासत के दौरान प्रताड़ित किया। इतना ही नहीं पुलिस ने मामला वापस लेने के लिए 1 लाख रुपये की मांग भी की थी।

वहीं इस मामले को देखते हुए अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने सादाबाद थाना प्रभारी को पुलिस लाइन भेज दिया जबकि उपनिरीक्षक अग्निहोत्री को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं पुलिस ने बताया कि 1 जून को संजय का साला लक्ष्मण 1 जून को किसी महिला के साथ प्रेम प्रसंग के चलते भाग गया। इस घटना के बाद संजय के परिवार वालों ने पुलिस ने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं परिजनों के निवेदन पर जब संजय की खोजबीन पुलिस ने शुरू के की। जिसके बाद पुलिस ने बीते 10 जून को संजय को गिरफ्तार कर लिया इसके साथ ही पुलिस ने यह दावा किया कि संजय ने अपने साले को महिला के साथ भगाने में मदद की थी।

इसके अलावा हाथरस के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) ने कहा कि सादाबाद के डिप्टी एसपी गोपाल सिंह मामले में शामिल उपनिरीक्षक और थाना प्रभारी के खिलाफ जांच करेंगे। वहीं गांव में दोनों भाइयों की आत्महत्या के बाद हिंसा की स्थिति को देखते हुए पीएसी के जवानों की भारी तैनाती की गई है। जबकि आगरा के एत्मादपुर से भाजपा विधायक धर्मपाल सिंह सोमवार को पीड़ित परिवारों से मिले और उन लोगों को न्याय का आश्वासन दिया। विधायक ने पुलिस के कार्य करने के तरीके को शर्मनाक बताया।

प्रमोद ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसने हाथरस पुलिस को बताया था कि उसका प्रेमी जोड़े के भागने से कोई लेना-देना नहीं है। जबकि प्रमोद ने यह भी बताया था कि वह 14 अप्रैल से 2 जून तक चुनावी ड्यूटी पर थे। लेकिन फिर भी पुलिस पैसे देने का दबाव बना रही थी ताकि इस मामले से उनके परिवार को बाहर रखा जा सके। उन्होंने लिखा कि आत्महत्या का कदम इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि वह पुलिस के दबाव को बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने यूपी सरकार से प्रार्थना करता निवेदन किया कि सरकार उनके परिवार का ख्याल रखे।