बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आए तमाम एग्जिट पोल को खारिज कर दिया है। अधिकतर एग्जिट पोल ने अनुमान लगाया है कि बिहार में एनडीए अपनी सरकार बनाने जा रहा है।
तेजस्वी यादव ने कहा है कि इस बार बिहार के विधानसभा चुनाव में 76 लाख वोट ज्यादा पड़े हैं और यह वोट बदलाव के लिए डाले गए हैं ना कि नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बने रहने के लिए।
रोजगार से लेकर कानून व्यवस्था तक इन पांच मुद्दों पर टिका रहा बिहार चुनाव
अफसरों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश
बुधवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा, “जब लोग वोट डाल रहे थे, इस दौरान कई एग्जिट पोल सामने आ गए। इससे साफ जाहिर होता है कि यह अफसरों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश है।” तेजस्वी ने धीमी काउंटिंग की भी आशंका जताई है।
आरजेडी नेता ने कहा कि उन्हें ग्राउंड से बेहद अच्छा फीडबैक मिला है और हम इस विधानसभा चुनाव में 160 से ज्यादा सीटें जीतने जा रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि कई ओपिनियन पोल में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद के लिए पसंद के तौर पर 18% के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाए। तेजस्वी यादव ने विधानसभा चुनाव के दौरान 85 जनसभाओं को संबोधित किया।
सैंपल साइज का खुलासा करें एजेंसियां
तेजस्वी ने कहा कि उन्हें युवाओं और महिलाओं के अंदर सत्ता में बदलाव की चाहत दिखाई दी है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल करने वाली एजेंसियां अपने सैंपल साइज का खुलासा नहीं कर रही हैं।
तेजस्वी ने कहा, “2024 के लोकसभा चुनाव में एग्जिट पोल एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें दे रहे थे लेकिन बाद में एनडीए कहां तक पहुंचा, यह हम सबने देखा, हमें इस बात का पूरा भरोसा है कि हम बिहार में अगली सरकार बनाएंगे।”
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को आएंगे।
