उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय हलचल तेज है। जब से ऐसी खबरें आई हैं कि सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच में खींचतान चल रही है, राज्य की सियासत लगातार उबाल मार रही है। इस बीच संघ और यूपी बीजेपी की दो दिवसीय मीटिंग कल यानी कि 20 जुलाई से शुरू होने वाली थी। लेकिन ऐन वक्त पर इस मीटिंग को स्थगित कर दिया गया। अब कहा जा रहा है कि अज्ञात कारणों से उस बैठक को स्थगित किया गया है।

तीन कारण यहां जानिए

वैसे बीजेपी और संघ जरूर अभी कोई भी कारण बचाने से बच रही है, लेकिन तीन बड़ी वजह सामने आई हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि इस समय सीएम योगी और केशव प्रसाद मौर्य की सियासी लड़ाई चल रही है, ऐसे में संघ यह नहीं दिखाना चाहता कि उसकी वजह से यह मामला ठंडा पड़ा। इसी कड़ी में आरएसएस यह भी नहीं चाहता कि उसका इस समय मीटिंग करने से ऐसा लगे कि योगी-मौर्य वाला मामला सही में काफी बड़ा बन चुका है। इसके ऊपर एक कारण यह भी समझ आ रहा है कि इस बैठक की खबर मीडिया में लीक हो गई थी।

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मीटिंग हाई प्रोफाइल, बड़े नेता आने थे

अब जानकारी के लिए बता दें कि इस बैठक में बीजेपी की तरफ से सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और कुछ दूसरे पदाधिकारी मौजूद रहने वाले थे। लेकिन ऐन वक्त पर उसी मीटिंग को स्थगित करने का फैसला हुआ है। अभी तक बीजेपी ने कोई प्रतिक्रिया अपनी तरफ से नहीं दी है। वैसे इससे पहले सीएम योगी और मोहन भागवत के बीच में एक अहम मुलाकात हो चुकी है। वो मीटिंग भी लोकसभा चुनाव में यूपी में मिली करारी हार के बाद हुई थी।

संघ-बीजेपी के रिश्ते

इस बार की मीटिंग संघ के सरकार्यवाह अरुण कुमार द्वारा बुलाई गई थी। यूपी बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ मंथन होना था, कैसे पार्टी को राज्य में मजबूत किया जाए, इसका रोडमैप भी तैयार होना था। वैसे बीजेपी के लिए भी यह बैठक जरूरी इसलिए थी क्योंकि संघ के ही कुछ नेताओं की तरफ से ऐसे बयान आ चुके हैं जिन्हें पीएम मोदी से लेकर बीजेपी के खिलाफ माना जा रहा है।