जेएनयू की दिवारों पर एक बार फिर से विवादित स्लोगन लिखे गए हैं। दिवारों पर लाल रंग के कलर स्प्रे से बोल्ड में लिखा गया है कि बाबरी मस्जिद दोबारा बनेगी। इस स्लोगन के नीचे काले रंग में एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) का नाम लिखा हुआ है। हालांकि एनएसयूआई ने इस विवादित बयान से इनकार किया है। उनका कहना है कि छात्र संगठन का इस स्लोगन से कुछ लेना-देना नहीं है। यह एनएसयूआई को बदनाम करने के लिए किया गया है।

दरअसल, अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने वाला है। इसी बीच दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की दीवारों पर बाबरी मस्जिद दोबारा बनाए जाने की मांग की गई है। स्लोगन लिखने वालों का कहना है कि वे बाबरी मस्जिद दोबारा बनाना चाहते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, स्कूल ऑफ लैंग्वेज 2 की बिल्डिंग की पहली मंजिल पर 6 दिसंबर को “दोबारा बनेगी बाबरी मस्जिद” का स्लोगन लिखा गया था। इस स्लोगन के नीचे एनएसयूआई” (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) लिखा हुआ था।

स्लोगन ने विवाद को दिया जन्म

विश्वविद्यालय की दीवार पर एनएसयूआई के नाम से लिखे गए मैसेज ने विवाद को जन्म दे दिया है। हालांकि, छात्र संगठन ने मामले में पूरी तरह इनकार किया है। उनका कहना है कि यह मैसेज संदेश समूह के छात्रों ने नहीं लिखा है। इसके अलावा छात्र संघ ने इस तरह की भावनाओं का कड़ा विरोध किया है और कहा है कि यह मैसेज कैंपस और एनएसयूआई दोनों को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा है। एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मामले की गहराई से जांच करने का अनुरोध किया है।

जेएनयू में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना

बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि जेएनयू की दीवारों पर इस तरह का मैसेज लिखा मिलो हो। इसी तरह की एक घटना इस साल अक्टूबर में हुई थी जब विश्वविद्यालय के अंदर एक इमारत की दीवारों पर “फ्री कश्मीर”, “तेरी कब्र खुदेगी” (तुम्हारी कब्र खोदी जाएगी) और “भगवा जलेगा” मैसेज लिखा गया था। फिलहाल मामले में आगे की जांच की जा रही है।