अयोध्या में राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा जरूर हो गई हो लेकिन मंदिर निर्माण का कार्य अभी भी जारी है। इसको लेकर श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा की मानें तो 31 दिसंबर दिसंबर 2024 तक मंदिर निर्माण कार्य पूर्ण करने की तैयारी है।

इस मंदिर में कुल पांच शिखर होंगे। जिसमें से तीन पहले ही बनाए जा चुके हैं जबकि दो बन रहे हैं। मुख्य शिखर को 161 फीट ऊंचा बनाया जा रहा है। जिस पर सोने की परत भी चढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही मंदिर का प्रथम तल और दूसरा तल भी जल्दी ही बनकर तैयार हो जाएगा। जिसके बाद भगवान राम का दरबार भी बनेगा। यह सभी निर्माण कार्य 31 दिसंबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। जिसके लेकर मंदिर प्रशासन तैयार है।

इसको लेकर श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा है, ”हम चाहते हैं कि 31 दिसंबर तक मंदिर का पहला तल, दूसरा तल, भगवान राम दरबार ये सभी काम पूरे हो जाएं। हम मौके पर थे तब यह देखा गया कि प्रथम तल पर व्यवस्था इस प्रकार सुरक्षित की जाए कि यदि कोई बच्चा वहां पहुंच जाए तो उसके गिरने की संभावना न रहे। 31 दिसंबर तक मंदिर का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है हम इसके लिए तैयार हैं।”

22 जनवरी को राम लला की हुई थी प्राण प्रतिष्ठा

राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठ इसी साल 22 जनवरी को हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्य को संपन्न किया था। अयोध्या में हुए इस कार्यक्रम में हजारों अतिथि शामिल हुए थे। अपने-अपने क्षेत्रों में महारत हासिल करने वाले लोगों को विशेष तौर आमंत्रित किया गया था। सचिन तेंदुलकर, अमिताभ बच्चन, मुकेश अंबानी समेत तमाम दिग्गजों को न्योता भेजा गया था। जिसके बाद वो सभी इसमें शामिल भी हुए थे।

पीएम मोदी ने रखी थी मंदिर की आधारशिला

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य साल 2020 से ही चल रहा है। मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त को रखी थी। जिसके बाद से अभी इस मंदिर में कार्य चल रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साल 2019 में श्री राम जन्मभूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था। जिसमें विवादित जमीन को हिंदू पक्ष को दिया गया था। जबकि मुस्लिम समुदाय को इसके बदले दूसरे स्थान पर जमीन दी गई। इसके पहले 6 दिसंबर 1992 को इस जमीन पर स्थित बाबरी मस्जिद हिंसक भीड़ ने तोड़ दिया था।