राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं। विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ आक्रामक तेवर अपनाने का एलान किया है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार हर मोर्चे पर नाकाम रही है। दूसरी तरफ भाजपा ने अपने विधायकों को एकजुट होकर प्रतिपक्ष के आरोपों का जवाब देने का निर्देश दिया है। भाजपा का कहना है कि उसकी सरकार ने जनहित के कई काम किए हैं।
राज्य विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू होने के साथ ही दो साल पुरानी भाजपा सरकार के मंत्रियों को अपने कामकाज का ब्योरा रखने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बजट सत्र के लिए सत्ताधारी भाजपा के विधायकों की रविवार को यहां बैठक हुई। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में हुई विधायक दल की बैठक में एकजुटता के साथ विधानसभा में विपक्ष का सामना करने का फैसला किया गया। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ और सरकारी मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने विधायकों की पार्टी की रणनीति समझाई। राठौड़ ने विधानसभा में पेश होने वाले संभावित विधेयकों की जानकारी देते हुए विधायकों को अपना पक्ष रखने को कहा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दो साल में सरकार के कामों और उपलब्धियों को जोरशोर से उठाने का निर्देश दिया। सरकार का कहना है कि रिसर्जेंट राजस्थान के जरिये प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश का रास्ता खुला है। इससे रोजगार के अवसर बढेंगे।
दूसरी ओर विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक दल की बैठक सोमवार को होगी। उसमें पार्टी अपनी रणनीति बनाएगी और सरकार को घेरने के मुद्दों की जानकारी विधायकों को देगी। विपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी ने रविवार को यहां कहा कि भाजपा शासन में आम जनता खासी परेशान हो गई है। प्रदेश में अराजकता का माहौल है और अपराधों में बढ़ोतरी होने से आम आदमी असुरक्षित महसूस कर रहा है। प्रदेश में बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और चिकित्सा के साथ ही कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गई है। डूडी ने भाजपा के दो विधायकों कैलाश चौधरी और ज्ञानदेव आहूजा के कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर दिए गए बयानों पर नाराजगी जताई। डूडी का कहना है कि इस मामले में कांग्रेसजनों में खासी नाराजगी है। इसको लेकर कांग्रेस विधानसभा में सरकार पर दोनों विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का दबाव भी बनाएगी।
सूत्रों का कहना है कि विधानसभा के बजट सत्र में कांग्रेस के तीखे तेवरों और मंत्रियों की खराब छवि को लेकर भाजपा की परेशानी ही बढ़ गई है। कांग्रेस के साथ ही भाजपा के विधायक ही अपनी ही सरकार के कई मंत्रियों की कार्यशैली को लेकर नाराज हैं। भाजपा के इन विधायकों की नाराजगी को लेकर ही मंत्रियों में चिंता बढ़ गई है। भाजपा विधायक दल की बैठक में भी विधायकों ने कई मंत्रियों के काम नहीं करने की शिकायतें की। मुख्यमंत्री की तरफ से कई मंत्रियों को साफ निर्देश दिया गया है कि विधायकों को संतुष्ट रखने वाले जवाब दिए जाएं। इसके साथ ही बगावती तेवर दिखाने वाले विधायकों को भी चेताया गया है कि विधानसभा में सरकार के पक्ष में पूरी तरह से एकजुटता दिखाई जाए।
विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत सोमवार को राज्यपाल कल्याण सिंह के अभिभाषण से होगी। इसके बाद कार्य सलाहकार समिति की बैठक में आगे की कार्यवाही की रूपरेखा तय की जाएगी। बजट सत्र में कांग्रेस देश में चल रहे राष्ट्रवाद और राष्ट्रद्रोह जैसे मुद्दों के साथ ही जेएनयू की घटना, रोहित वेमुला का मामला भी किसी तरह उठा कर भाजपा को घेरने की कोशिश करेगी।