कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंडित सुखराम नहीं रहे। वह 95 बरस के थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन की जानकारी बुधवार (11 मई, 2022) सुबह उनके बेटे अनिल शर्मा ने समाचार एजेंसी एएनआई को दी।

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेसी नेता सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने मंगलवार रात सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म फेसबुक पर पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन की जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने यह जानकारी नहीं दी कि सुखराम का निधन कब हुआ। शर्मा ने सुखराम के साथ अपने बचपन की एक तस्वीर भी साझा की थी।

दरअसल, वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें हाल ही में नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था, जहां पर उनका ब्रेन स्ट्रोक का इलाज चल रहा था।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सात मई को दिग्गज नेता को दिल्ली एयरलिफ्ट कराने के लिए राज्य का सरकारी हेलीकॉप्टर मुहैया कराया था।

सुखराम हिमाचल प्रदेश के मंडी से लोकसभा सांसद भी रहे थे। उन्होंने पांच बार विधानसभा चुनाव जीता था, जबकि तीन बार लोकसभा इलेक्शन में बाजी मारी थी।

साल 2011 में भ्रष्टाचार के मामले (1996 में जब वह संचार मंत्री थे) को लेकर पांच साल की कैद की सजा भी सुनाई गई थी। सुखराम के बेटे अनिल मंडी से बीजेपी के विधायक हैं।

सुखराम ने वर्ष 1963 से 1984 के बीच मंडी सीट का प्रतिनिधित्व किया। पशुपालन मंत्री रहने के दौरान वह हिमाचल प्रदेश में जर्मनी से गाय लाए थे, जिसे सूबे के किसानों की आय में इजाफा भी हुआ था।

27 जुलाई 1927 को जन्मे सुखराम ने दो दशक में चार बाद दल बदल किया था। 1967-1997 तक कांग्रेस में रहे। 1997 से 1998 में हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी बना ली। 1998 के चुनाव में भाजपा के साथ गठजोड़ किया। 2003 में कांग्रेस वापसी की। 2017 में फिर बीजेपी में आ गए। हालांकि, 2019 में सुखराम परिवार कांग्रेस में आ गया।

उनके बेटे सक्रिय राजनीति में हैं, जबकि पोते आयुष शर्मा एक्टर हैं। उनकी शादी बॉलीवुड के सुपर स्टार सलमान खान की छोटी बहन अर्पिता से साल 2014 में हुई थी।