Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। जिसको लेकर नेताओं के बड़े दावे भी सामने आने लगे हैं। इसी बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को बड़ा बयान दिया है।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनावों में अति आत्मविश्वास के कारण पार्टी की हार हुई। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा इस बार वह गलती नहीं करेगी और 230 सदस्यीय विधानसभा में 160 से अधिक सीटें जीतेगी।
भाजपा नेता ने मीडिया से कहा, ‘मैंने पहले भी कहा है कि हमने पिछली बार गलती की थी और अति आत्मविश्वास में थे। इस बार हम अति आत्मविश्वास में नहीं हैं। मैं गारंटी के साथ कह रहा हूं कि हम (2023 के चुनावों में) 160 से अधिक सीटें जीतेंगे।’ विजयवर्गीय ने बिजली उत्पादन, बुनियादी ढांचे और अन्य क्षेत्रों में शिवराज सिंह चौहान सरकार की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया।
बता दें, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में कमल नाथ के नेतृत्व में सरकार बनाई, लेकिन मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति वफादार विधायकों के विद्रोह के कारण कमलनाथ की सरकार गिर गई थी। जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान के एक बार फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।
मीडिया से बातचीत के दौरान बीजेपी नेता ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले भगवा पार्टी में अंदरूनी कलह की अटकलों से साफ इनकार किया। उन्होंने कहा कि पार्टी में किसी तरह की अंदरूनी कलह नहीं है। उन्होंने कहा किइंदौर संभाग के 50,000 भाजपा कार्यकर्ता रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संबोधित किए जाने वाले ‘विजय संकल्प सम्मेलन’ में भाग लेंगे।
उन्होंने कहा, ‘अतीत में, फर्जी (चुनाव) सर्वे से जनता को गुमराह करने की कोशिश की गई थी, लेकिन रविवार को शाह की यात्रा के दौरान जो संदेश जाएगा, उससे विधानसभा चुनाव परिणामों के बारे में भ्रम की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी।’
अमित शाह भाजपा के एक प्रमुख रणनीतिकार होने के नाते आगामी राज्य चुनावों से पहले पहली बार इंदौर में सत्तारूढ़ पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करेंगे। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, ‘ महत्वपूर्ण मालवा-निमाड़ क्षेत्र के मुख्य राजनीतिक केंद्र इंदौर में जहां कुल 230 विधानसभा सीटों में से 66 सीटें हैं, वह बूथ स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं से बात करेंगे।
गौरतलब है कि विजयवर्गीय को शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद पर बरकरार रखा गया था। उन्होंने इसके लिए पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा को इसके लिए धन्यवाद दिया था। पीटीआई के हवाले से विजयवर्गीय ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ‘नड्डा ने मुझसे कहा कि वह मुझे कुछ और बनाना चाहते हैं, लेकिन फिलहाल यही ठीक है कि मैं महासचिव बना रहूं।’