मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा शहर में इस समय माहौल काफी तनाव से भरा हुआ है। 2 समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद यहां कर्फ्यू लगा दिया गया है।
इस तनाव की शुरुआत बुधवार रात को गरबा समारोह के दौरान 2 समुदायों के बीच हुई झड़प से हुई थी। मोती बाग के निवासियों द्वारा रात करीब साढ़े आठ बजे पथराव करने के बाद पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें एक शख्स पर हत्या के प्रयास का आरोप था। ये झड़प रात 12 बजे तक चली थी।
घटना मोती बाग की गली नंबर पांच पर हुई, जिसमें दोनों समुदायों के लोग रहते हैं। पहले एक पक्ष के लड़के अपने घर गए और उन्होंने अपने परिवारों से शिकायत की, जिसके बाद बहस शुरू हो गई और दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया।
सेंधवा (नगर) के नगर निरीक्षक बलदेव मुजाल्दा ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बताया कि हम मौके पर पहुंचे और दोनों समूहों को अलग किया और उनके बीच में खड़े हो गए लेकिन पथराव नहीं रुका।
मुजाल्दा के अनुसार, वह खुद लगभग सात पुलिसकर्मियों समेत घायल हो गए। इसके बाद पुलिस को आसपास के सात पुलिस थानों से करीब 70 पुलिसकर्मियों का अतिरिक्त पुलिस बल भेजना पड़ा, जिसके बाद स्थिति कंट्रोल में हुई। झड़प में पुलिसकर्मियों समेत करीब 16 लोग घायल हो गए हैं।
इसके बाद सार्वजनिक उपद्रव पैदा करने के आरोप में सीआरपीसी की धारा 151 के तहत 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया और एक शख्स हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
मुजाल्दा के मुताबिक, दो समुदायों में से एक समुदाय के लोग शराब पिए हुए थे। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है, जो 19 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगी। गुरुवार को सभी बाजारों और दुकानों को बंद रखा गया था, जबकि कुछ को शुक्रवार को दोनों समूहों के साथ शांति बैठक के बाद खोला गया था।
हालांकि अब कहा जा रहा है कि सेंधवा में जनजीवन सामान्य है। नवमी पर लोगों ने बाजार से खरीददारी का प्लान बनाया था, लेकिन प्रशासन द्वारा शहर के बाजारों की दुकानों को बंद करवाया गया, जिससे व्यापारी वर्ग नाराज है।