Bihar Lockdown Guidelines & Rules: बिहार में COVID-19 का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा। ऐसे में सूबे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली JD(U) और BJP के गठबंधन वाली सरकार ने 16 दिन के पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया है। डिप्टी सीएम ने मंगलवार को बताया कि बिहार सरकार ने 16 से 31 जुलाई तक प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन का निर्णय लिया है। क्या खुलेगा और क्या नहीं? जानेंः 

खेती किसानी और निर्माण कार्य संबंधी गतिविधियों को लॉकडाउन पीरियड के दौरान छूट रहेगी। वहीं, धार्मिक और पूजा स्थल बंद रहेंगे। कमर्शियल, प्राइवेट और सरकार संस्थान भी बंद रहेंगे। हालांकि, इनमें से जिनको अनुमति रहेगी, वहां काम चलेगा। साथ ही जरूरी सेवाएं और सुविधाएं भी लॉकडाउन के दौरान उपलब्ध रहेंगी।

केंद्र सरकार के अधीन सभी दफ्तर बंद रहेंगे। डिफेंस, पुलिस, पेट्रोल पंप, पोस्ट आफिस सहित कुछ कार्यालयों को छूट रहेगी। वहीं, राज्य सरकार के तहत सभी सरकारी कार्यालय भी बंद रहेंगे। हालांकि, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सिंचाई, खाद्य वितरण, कृषि और पशुपालन विभाग आदि से जुड़े दफ्तर खुलेंगे।

सूबे के सभी अस्पताल और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों और कार्यों को पूरी तरह लॉकडाउन से छूट दी गई है। फल, सब्जी, अनाज, दूध, मछली आदि की दुकानें खुलेंगी। वैसे, प्रशासन ने ऐसी चीज-सामानों की होम डिलिवरी का बंदोबस्त कराने की बात कही है।

बैंक और एटीएम खुलेंगे। होटल, रेस्त्रां या ढाबे भी खुलें रहेंगे, पर लॉकडाउन के दौरान वहां खाया-पीया नहीं जा सकेगा। टेक अवे/होम सेवा उपलब्ध रहेगी। साथ ही रेल, हवाई सफर को मंजूरी है। सूबे में ऑटो-टैक्सी चलेंगी। जरूरी सेवाओं के लिए ही निजी वाहनों की आवाजाही पर भी रोक नहीं रहेगी। बाकी अन्य परिवहन सेवाएं बंद रहेंगी।

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पटना में 13 जुलाई को मास्क न पहनने को लेकर एक युवक से उठक-बैठक कराते सुरक्षाबलकर्मी। (फोटोः पीटीआई)

बिहार में सर्वाधिक कोरोना प्रभावित पटना, भागलपुर और बेगुसराय हैं। सूबे के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 14 जुलाई को शाम चार बजे तक सूबे में पिछले 24 घंटे में कुल 10018 टेस्ट ट्यूब सैम्पल की जांच हुई है। अब तक कुल 13019 मरीज ठीक हुए हैं। वर्तमान में COVID-19 के एक्टिव मरीजों की संख्या 5690 है, जबकि राज्य में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 69.06 है।

बता दें कि भारत में मंगलवार को कोविड-19 के 28,498 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर को नौ लाख के पार पहुंच गए। केवल तीन दिन में ही मामले आठ से नौ लाख के पार पहुंच गए हैं।