Durga Puja Pandal Kolkata: पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा का एक अलग महत्त्व है। दुर्जा पूजा के दिनों में शहर में चारों ओर कई सारे दुर्गा पंडाल लगे देखे जा सकते हैं। हालांकि, इस बार कोलकाता में लगे दुर्गा पंडाल में एक अनूठी थीम पर काम किया गया है, जिसके चलते पंडाल चर्चा में बना हुआ है। इस बार पंडाल में चुनावी हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता को श्रद्धांजलि देने का काम किया गया है। इन पंडालों में दुःख भरी मां की मूर्तियां तो है हीं..साथ ही संगीत में भी एक अलग पीड़ा है, जो दिखाता है कि चुनावों के बाद हुई हिंसा के बाद परिवारों ने कैसा महसूस किया था।

शहर के लगे अलग-अलग पंडालों के बीच नारकेलडांगा के पास सरस्वती कालीमाता मंदिर परिषद क्लब ने दुर्गा पूजा पंडाल में बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा की याद में रोती हुई माताओं और ‘बंगाल में हुए खूनखराबे’ को दर्शाया गया है। जिसमें संदेश के तौर पर बताया गया है “मायेदर कन्ना रक्तत्तो बांग्ला” यानी बंगाल में रोती हुई मां और खूनखराबा।

भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने मंगलवार, 27 सितंबर को एक पंडाल का उद्घाटन किया, जिसमें भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार को श्रद्धांजलि दी गई। सरकार, कथित तौर पर चुनाव के बाद की हिंसा के दौरान मारे गए थे। पंडाल की इस थीम के पीछे मृतक के भाई बिस्वजीत सरकार की सोच थी, जो सरस्वती कालीमाता मंदिर परिषद क्लब के प्रमुख हैं। दुर्गा पंडाल में लाल और काले रंग के छींटों के साथ चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा को दिखाने की कोशिश की गई है। दुर्गा की मूर्ति में देवी को एक दुखी मां और अपने हाथो में एक बच्चे को पकड़े हुए दिखाया गया है। पंडाल में चल रहे संगीत में मां की चीख उसे अलग बना रही हैं।

इस अनूठी थीम के पीछे बिस्वजीत सरकार ने बताया कि मेरा इरादा पिछले साल के चुनावों के बाद बंगाल में हुई भयानक हिंसा को दिखाना था। सरकार ने कहा मेरे इस थीम का एक संदेश है कि ऐसी चीजें दोहरायी नहीं जानी चाहिए। मैं नहीं चाहता हूं कि कोई भी मां अपने बच्चे को राजनीतिक बदले की भावना के चलते खो दे।”

पंडाल बनाने वाले सरकार ने कहा कि इस पंडाल को बनाने का काम आसान काम नहीं था। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाए कि उन्हें तरह-तरह की धमकियां दी गई और पुलिस ने भी मदद नहीं की। अभिजीत सरकार की कथित तौर पर मई 2021 में भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। परिवार ने इस मामले में टीएमसी विधायक परेश पाल पर आरोप लगाया था। फिलहाल, सीबीआई मामले की जांच कर रही है और हाल ही में MLA पाल से पूछताछ की गई थी।