कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को कहा कि उनके नए मंत्रिमंडल में बुधवार दोपहर को 29 मंत्री शामिल किए गए हैं और इस बार कोई उपमुख्यमंत्री नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के छोटे बेटे और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र मंत्रियों में शामिल नहीं हैं।

यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि कुल 29 मंत्रियों ने शपथ ली और बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाले पिछले मंत्रिमंडल में तीन उपमुख्यमंत्री थे लेकिन इस बार आलाकमान के निर्देशों के अनुसार कोई उपमुख्यमंत्री नहीं है। बता दें कि बोम्मई ने पहले ही कहा था कि उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में दिल्ली में आलाकमान के साथ विस्तृत बातचीत की। गत रात अंतिम दौर की चर्चा के बाद आज सुबह सूची को अंतिम रूप दिया गया।

बता दें कि शपथ लेने वाले 29 मंत्रियों में गोविंद करजोल, केएस ईश्वरप्पा, आर अशोक, सीएन अश्वथ नारायण, बी श्रीरामुलु, उमेश कट्टी, एसटी सोमशेखर, के सुधाकर, बीसी पाटिल, जेसी मधुस्वामी, प्रभु चौहान, वी सोमन्ना, एस अंगारा, आनंद सिंह, सीसी पाटिल, एमटीबी नागराज, कोटा श्रीनिवास पुजारी, वी सुनील कुमार, अरागा ज्ञानेंद्र, मुनिरत्न, हलप्पा आचार, शंकर पाटिल मुनेकोप, बीसी नागेश, शिवराम हेब्बर, बिरथी बसवराज, के गोपालैया, शशिकला जोले, मुरुगेश निरानी और केसी नारायण गौड़ा का नाम शामिल है।

उन्होंने बताया, ‘‘मंत्रिमंडल में अनुभवी और नए दोनों मंत्री शामिल होंगे।’’ उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में सात मंत्री अन्य पिछड़ा वर्ग से, तीन अनुसूचित जाति के, एक अनुसूचित जनजाति का, सात वोक्कालिगा समुदाय के, आठ लिंगायत समुदाय के, एक रेड्डी समुदाय का और एक महिला भी हैं। वहीं, राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने राजभवन में नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज भवन औपचारिकता के अनुसार नए मंत्रियों के नामों की सूची आधिकारिक रूप से जारी करेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ उन्होंने और राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कई दौर की बातचीत के बाद सूची तैयार की है। उन्होंने कहा, ‘‘किसी के दबाव का कोई सवाल ही नहीं है। व्यापक सोच के बाद नामों की सूची तैयार की गयी।’’

विजयेंद्र को मंत्रिमंडल में शामिल करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने येदियुरप्पा से बात की और राष्ट्रीय महासचिव तथा पार्टी के कर्नाटक मामलों के प्रभारी अरुण सिंह ने निजी तौर पर विजयेंद्र से बात की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बस यह कह सकता हूं कि विजयेंद्र का नाम आज सूची में नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि जन समर्थक प्रशासन देने और आगामी चुनावों का सामना करने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के मार्गदर्शन में मंत्रिमंडल का गठन किया जा रहा है।

बोम्मई ने कहा कि नया मंत्रिमंडल लोगों की आवश्यकताओं पर ध्यान देगा, उनका विश्वास हासिल करेगा और सुशासन देगा। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल गठन के संबंध में कोई भ्रम नहीं था। उन्होंने कहा कि भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है जिसका मजबूत नेतृत्व है।