बिहार में अब शादी-विवाह के लिए संबंधित इलाके के थानों से इजाजत लेनी होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हुई सोमवार को उच्च अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में सभी ज़िलों के एसएसपी और एसपी से वीडियो कांफ्रेंसिंग कर इसे तत्‍काल लागू करने को कहा गया। अपर पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था) अमित कुमार के दस्तखत से इस आशय का पत्र ज़िलों के सभी आला पुलिस अधिकारियों को जारी किया गया है। जिसमें साफ लिखा गया है कि विवाह और श्राद्ध के लिए कोविड-19 के तहत निर्धारित लोगों की संख्या का सख्ती के साथ लागू कराया जाए। साथ ही समारोह स्थल पर नियमों का पालन कराने के लिए संबंधित थानों को सतर्क किया जाए।

दरअसल बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सरकार ने सख्ती बरती है। साथ ही शादी के दौरान सड़क पर खुलकर डीजे बजाने, फूहड़ डांस करने और लोगों की संख्या पर कोई नियंत्रण नहीं होने की शिकायतें मिल रही थी। एक तरफ सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। घरों में मातम है। वहीं दूसरी ओर डीजे और बैंड-बाजों पर नाचते लोग बेशर्मी की हदें पार कर रहे हैं। इसमें कैटरर्स और इवेंट्स मैनजमेंट करने वाले भी एक हद तक दोषी हैं। सामाजिक संगठनों के लोगों ने इनपर भी कार्रवाई की गुजारिश सरकार से की है। अब इलाके के थानेदार ऐसे समारोह स्थल का मुआयना कर इन पर लगाम लगाएंगे।

जानकारी के अनुसार लखीसराय नगर थाना के तहत कार्यानंद नगर में बरात के दौरान हर्ष फायरिंग में एक बालक की मौत हो गई। यह वारदात रविवार रात की है। शव की शिनाख्त जखौर निवासी जयशंकर सिंह के बेटे सत्यम कुमार के तौर पर हुई है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम सोमवार को कराया। यह हर्ष फायरिंग पप्पू सिंह के भतीजे के तिलक समारोह में हुई बताया जा रहा है। एक गोली हवा में चली तो दूसरी गोली सत्यम को जा लगी।

कोविड-19 के दिशा निर्देश के मुताबिक 25 लोगों को ही ऐसे समारोह में एकत्र होने की इजाजत है। मगर बताते हैं कि दोनों पक्ष से 150 से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। पुलिस ने कार्यक्रम की वीडियोग्राफी करने वाले को हिरासत में ले लिया है। ताकि फुटेज के जरिए गोली चलाने वाले की शिनाख्त किया जा सके।

बरात में डीजे, बैंड-बाजे, रोशनी और पटाखों की गड़गड़ाहट के बीच डांस करने की हदें पार हो रही है। बिहार के हरेक ज़िलों की कमोवेश एक जैसी हालत है। शायद सरकार के सख्ती के आदेश के बाद कुछ रोक लगे? इधर सोमवार को 11801 नए मामले राज्य में सामने आए हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होकर 89660 हो चुकी है। 67 मौतें कोरोना से हुई है। कुल मौतों का आंकड़ा 2222 हो चुका है। यह सरकारी स्वास्थ्य महकमा की बुलेटिन बताती है। बीते 24 घंटे में 9228 मरीज ठीक हुए हैं। यानी रिकवरी रेट 77.88 प्रतिशत है।

वैसे बिहार के सभी 38 ज़िले कोरोना की चपेट में है। मगर कुछ ज़िलों की हालत ज्यादा खराब है। उनमें पटना सबसे ऊपर है। पटना-2720, गया-655, औरंगाबाद-550, बेगूसराय-549, भागलपुर-379, गोपालगंज-500, जहानाबाद-365, मुंगेर-263, मुजफ्फरपुर-337, नालंदा-306, रोहतास-201, पूर्णिया-384, सहरसा-433, सारण-568, पश्चिमी चंपारण-460 नए मामले सोमवार को दर्ज किए गए।

इधर पूर्व-मध्य रेलवे ने सूचना दी है कि कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से यात्रियों की संख्या कम हो गई है। इसलिए 29 अप्रैल से अगले आदेश तक मध्य रेलवे के क्षेत्राधिकार में चलने वाली 23 जोड़ी मेमू/डेमू पैसेंजर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया है।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने ट्वीट कर नीतीश कुमार की सरकार पर ताना कसते हुए कहा है कि वेंटिलेटर के लिए तरसता बिहार-यही है डबल इंजन का डेवलपमेंट? बिहार में डाक्‍टरों की भारी कमी है। बेड और ऑक्सीजन के लिए बिहार के लोग तड़प रहे हैं।