Gujarat Assembly Election 2022: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पार्टी से बगावत कर रहे बारह नेताओं को निलंबित कर दिया है। गुजरात विधानसभा चुनावों (Gujarat Assembly elections) में पार्टी द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के बाद इन नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया था। भाजपा (BJP) ने रविवार को पार्टी द्वारा सात बागियों को निलंबित किए जाने के बाद निलंबित किए गए बागियों की यह दूसरी सूची जारी की है।
सी.आर. पाटिल (C.R. Patil) ने बयान जारी कर बताए नाम
गुजरात भाजपा (BJP) के अध्यक्ष सी.आर. पाटिल (C.R. Patil) ने एक बयान जारी कर कहा है कि इन विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया है।
जिन भाजपा (BJP) नेताओं को निलंबित किया गया है उनमें पादरा से दीनूभाई पटेल, वाघोड़िया से मधुभाई श्रीवास्तव और वडोदरा जिले से कुलदीप सिंह राउल शामिल हैं। पंचमहल जिले के शाहेरा से बी पागी, अरावली जिले से धवल सिंह झाला और मेहसाणा से राम सिंह ठाकोर को भी निलंबित कर दिया गया है। आणंद, बनासकांठा और महिसागर जिलों भी दो-दो नेताओं को निलंबित कर दिया गया है जिनमें मानवजीभाई देसाई और एल ठाकोर बनासकांठा से हैं, एसएम बांट और जेपी पटेल महिसागर से हैं और रमेश झाला और अमरशी भाई झाला को भी आणंद जिले से निलंबित कर दिया गया है।
भाजपा (BJP) ने कई विधायकों और नेताओं के काटे टिकट
गुजरात में भाजपा ने 42 मौजूदा विधायकों को टिकट देने से इनकार कर दिया है। पार्टी ने 160 उम्मीदवारों की अपनी पहली बड़ी घोषणा में 38 मौजूदा विधायकों टिकट नहीं दिया था। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और पार्टी प्रमुख पाटिल सहित पार्टी के कई बड़े नेताओं ने आगामी चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी।
2017 के गुजरात चुनावों में भाजपा को कुल 182 सीटों में से 99 सीट हासिल हुई थी। पार्टी पिछले 27 वर्षों से सत्ता में है। भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेताओं को टिकट ना देकर यह दिखाने का प्रयास किया है कि वह नए लोगों और युवाओं को मौका देना चाहते हैं। भाजपा लगातार ऐसे बागी नेताओं पर हमलावर है जो पार्टी से हटकर निर्दलीय मैदान में कूद रहे हैं।