हरियाणा के हिसार में भाजपा राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का किसानों ने जबरदस्त विरोध किया। इस दौरान किसानों पर आरोप लगा है कि उन्होंने सांसद की गाड़ी पर भी हमला भी किया है। इस मामले में कुछ किसानों को हिरासत में भी लिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार भाजपा सांसद एक धर्मशाला का उद्घाटन करने पहुंचे थे। जिसकी जानकारी किसानों को भी लग गई। इसके बाद किसान वहां उनका विरोध करने के लिए पहुंच गए। किसानों ने सांसद के खिलाफ नारेबाजी की और उन्हें काले झंडे दिखाए। मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात था।

पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए इलाके में जबरदस्त बैरिकेडिंग की हुई थी, लेकिन वो भारी भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पाई। किसान, भाजपा सरकार और सांसद दोनों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ गए। दूसरी ओर से किसानों के खिलाफ भी सांसद के समर्थकों ने नारेबाजी की। आगे बढ़ते किसानों को रोकने के लिए जब पुलिस सामने आई थी, तो किसानों के साथ उनकी झड़प भी हो गई।

इससे पहले सांसद को गुरुवार को रोहतक में भी इसी तरह के विरोध का सामना करना पड़ा था, जहां वो एक गोशाला में दिवाली कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। घटना के बाद प्रदर्शन कर रहे किसानों पर उनका बयान, उनके खिलाफ विरोध को और भड़का गया। सांसद ने प्रदर्शनकारी किसानों को “बेरोजगार शराबी” कहा था। उन्होंने जोर देकर कहा था कि विरोध करने वालों में से कोई भी किसान नहीं है।

उन्होंने पत्रकारों से कहा- “कृषि कानूनों का कोई विरोध नहीं है। विरोध करने वाले गांवों के बेरोजगार शराबी हैं। वे बुरे लोग हैं जो ऐसी बातें करते रहते हैं। हाल ही में सिंघु बॉर्डर पर कुछ निहंगों द्वारा एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या ने इन बुरे तत्वों को उजागर कर दिया है। वे किसान नहीं हैं, केवल बुरे तत्व हैं, जिनका अब आम लोग भी विरोध कर रहे हैं। मैं नियमित रूप से दिल्ली जाता रहता हूं और देखता हूं कि ज्यादातर टेंट खाली है। यह समस्या बहुत जल्द हल हो जाएगी।” उन्होंने अपने भाषण में भी कहा था कि लोग किसानों से सख्ती से निपटें। उन्हें समझाएं और विरोध करने से रोकें।

राज्यसभा सदस्य ने कार को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस सिलसिले में पुलिस ने कुछ किसानों को हिरासत में भी लिया है। वहीं किसान भी आगे की रणनीति भी बना रहे हैं।