अनामिका सिंह
लोकसभा चुनाव 2024 का जनादेश सभी राजनीतिक दलों के लिए खास रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भले ही इस बार गठबंधन की सरकार बनानी पड़े, लेकिन मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में जिस तरह से पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है उसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। जबकि दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर भाजपा की जीत का परचम लहराने के बाद भी उतनी चर्चा नहीं हो रही है। इस बारे में पूछे जाने पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि प्रदेश भाजपा की मेहनत तब सफल मानी जाएगी जब वो दिल्ली विधानसभा से आप को बाहर निकालने में कामयाब होंगे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव जीतना ही हमारा लक्ष्य है। लोकसभा चुनाव में सातों सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा खासे उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली की जनता को समझाएंगे कि उन्होंने दस साल का शासन शीला दीक्षित सरकार का देखा और दस साल से आप पार्टी जैसी भ्रष्टाचारी सरकार को देख रहे हैं। हमारे कार्यकर्ता घर-घर जाकर सौ दिनों के लिए नवनिर्वाचित सांसदों के कामों का खाका लेकर जनता के बीच जाएंगे।
सांसद हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि दिल्ली में गठबंधन करने के बाद आप और गठबंधन की पार्टियों का भविष्य खत्म है। वहीं, हमारे पास 100 दिन का लक्ष्य है, जिसमें जनता को दिए गए वादों के अनुरूप काम कर हम दोबारा विधानसभा चुनावों में उनसे वोट मांगने जाएंगे और इसकी तैयारियां हमने शुरू कर दी हैं।
‘टुकड़े-टुकड़े’ वालों के जनता ने उड़ाए ‘चिथड़े-चिथड़े’ : तिवारी
तीसरी बार जीतकर आए सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि मेरे पीछे टुकड़े-टुकड़े वाले लोगों को लगाया गया था, जिनके जनता ने चिथड़े-चिथड़े उड़ा दिए हैं। मैंने अपने संसदीय क्षेत्र में जो काम किए हैं और जो काम करने का सौ दिनों के भीतर लक्ष्य रखा है, उसी के आधार पर जनता से वोट विधानसभा चुनाव में मांगूगा ताकि दिल्ली में भी डबल इंजन की सरकार आए।