दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। केजरीवाल ने कहा कि जुलाई तक दिल्ली को 15 हजार बेड्स की जरूरत पड़ने वाली है। इसलिए अब दिल्ली के जो अस्पताल हैं, वो सिर्फ दिल्ली के लोगों के लिए रिजर्व होने चाहिए। केंद्र सरकार के भी अस्पताल हैं, उनमें 10 हजार बेड्स हैं। वहां पर कोई भी देशभर से आकर इलाज करा सकता है। उस पर दिल्ली सरकार कोई भी आदेश पारित नहीं कर रही है।
केजरीवाल ने कहा, “जैसे आज व्यवस्था है केंद्र सरकार के अस्पताल सबके लिए खुलेंगे। प्राइवेट अस्पताल सिर्फ दिल्ली वालों के लिए खुलेंगे कोरोना के समय तक। कुछ अस्पताल ऐसे भी हैं जो स्पेशल किस्म की सर्जरी करते हैं। जिसके लिए देश के हर हिस्से से लोग आते हैं। इन स्पेशल सर्जरीज के लिए हमारे अस्पताल सभी देशवासियों के लिए खुले रहेंगे।”
देश में क्या हैं कोरोना से हाल, जानें…
दिल्ली में कल से खुलेंगे बॉर्डरः दिल्ली सीएम ने कहा कि राजधानी के बॉर्डर कल से खुल जाएंगे। गौरतलब है कि एक हफ्ते पहले ही केजरीवाल ने हरियाणा और यूपी से सटे अपने बॉर्डर सील करने का ऐलान किया था। इसके चलते लगातार राज्यों की सीमाओं पर जाम की स्थिति पैदा हो रही थी। पुलिस सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही दिल्ली जाने दे रहे थे।
शराब से 70% कोरोना टैक्स खत्मः केजरीवाल ने अनलॉक-1 में छूटों का ऐलान करते हुए कहा कि सोमवार से दिल्ली में सभी रेस्त्रां, मॉल और धार्मिक स्थल खुलेंगे। हालांकि, होटल और बैंक्वेट हॉल अभी बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि दिल्ली में शराब के एमआरपी पर लगाए गए 70 फीसदी कोरोना टैक्स को भी 10 जून से खत्म कर दिया जाएगा। पिछले महीने ही केजरीवाल सरकार ने आर्थिक घाटे को पूरा करने के लिए शराब की बिक्री शुरू करने के साथ कोरोना सेस लगाने की घोषणा की थी।
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति का लाइव अपडेट्स जानें यहां