गुजरात के वडोदरा शहर में विश्वामित्री नदी से निकलकर बड़ी संख्या में मगरमच्छ आवासीय इलाकों में घुस रहे हैं। इससे स्थानीय लोग बुरी तरह खौफ में हैं और चिंतित हैं। स्थानीय अफसरों के मुताबिक हाल के कुछ दिनों में आवासीय इलाकों में पहुंचे 21 मगरमच्छों को पानी में छोड़ा गया। दरअसल, इस नदी का 17 किलोमीटर हिस्सा वडोदरा से होकर गुजरता है। नदी के इस हिस्से में करीब तीन सौ मगरमच्छ रहते हैं, जिसके कारण किनारे के इलाकों में अक्सर इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती हैं।
विश्वामित्री नदी के आसपास आवासीय क्षेत्रों में यह समस्या ज्यादा है
रेंज वन अधिकारी (आरएफओ) करणसिंह राजपूत ने मीडिया को बताया, ‘विश्वामित्री नदी के किनारे के आवासीय क्षेत्रों से मगरमच्छों को बचाने का काम पूरे साल चलता रहता है, लेकिन मानसून के दौरान इनकी संख्या काफी बढ़ जाती है। जून में चार मगरमच्छों को बचाया गया और उन्हें वापस नदी में छोड़ दिया गया। जुलाई में यह संख्या बढ़कर 21 हो गई।’ आरएफओ ने बताया कि जुलाई में राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। विश्वामित्री नदी के दोनों ओर रिहायशी इलाके बनने से पानी भरने के बाद मगरमच्छ बड़ी संख्या में बाहर निकल आते हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि मगरमच्छ अपने इलाके को छोड़ना पसंद नहीं करते और ये आम तौर पर तब बाहर निकलते हैं जब नदी उफान पर होती है। वन्यजीव कार्यकर्ता हेमंत वाधवन ने कहा कि मगरमच्छ कभी-कभी शहर के आवासीय क्षेत्रों में जल निकासी नेटवर्क से भी पहुंचते हैं, हालांकि इस साल अब तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा, ‘2019 की बाढ़ के दौरान ऐसी घटनाएं सामने आई थीं। इस बार, हमने ज्यादातर नदी के आसपास के क्षेत्रों से छोटे मगरमच्छों को बचाया।’ भारतीय वन्यजीव संस्थान के अनुसार, वडोदरा में पाए जाने वाले मगरमच्छ की प्रजाति मध्यम से बड़ी होती है, जिसमें एक वयस्क नर की लंबाई 4.5 मीटर तक होती है और इसका वजन लगभग 450 किलोग्राम होता है।
इस इलाके में कई दफा हादसे भी हो चुके हैं। कुछ दिन पहले आवासीय परिसर में घुस आए एक मगरमच्छ के हमले में एक व्यक्ति की जान चली गई थी। वह मगरमच्छ शव को पानी में घसीटते हुए लेकर चला गया।
कुछ मौकों पर तो बगीचे में भी मगरमच्छ दिख जाते हैं। हाल ही में की गई गणना के अनुसार, विश्वामित्री नदी के तटीय क्षेत्र शुक्ल तीर्थ से नारेश्वर घाट तक यानी की 45 किमी के दायरे में 700 मगरमच्छों की गणना की गई। विश्वामित्री नदी में पानी बढ़ने पर मगरमच्छ पुलों पर भी आराम फरमाते नजर आते हैं। वडोदरा की विश्वामित्री दुनिया की तीसरी ऐसी नदी है, जिसमें मगरमच्छों की भरमार है। और यह नदी सैकड़ों किमी की लंबाई तक मानव बस्ती के बीच से ही बहती है। आमतौर पर मगरमच्छ इंसानों के बीच बसाहट नहीं करते।