राजद नेता लालू प्रसाद यादव हमेशा से ही अपने चुटीले अंदाज के लिए जाने जाते रहे हैं। खासकर विपक्षियों पर बिना हमलावर तेवर अपनाए तंज कसने के मामले में अब भी लालू की बराबरी कम नेता ही कर पाए हैं। ऐसा ही एक वाकया कुछ सालों पहले एक टीवी चैनल के शिखर सम्मेलन में हुआ था। यहां लालू यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लोकतंत्र में नौकरशाही घुसाने का आरोप लगाया था और सत्ता में आरएसएस के दखल पर भी निशाना साधा था।

क्या बोले थे लालू प्रसाद यादव?: राजद सुप्रीमो ने 2015 के दिल्ली चुनाव के बाद एबीपी न्यूज की ओर से आयोजित शिखर सम्मेलन में कहा था, “मैं जब रेल मंत्री था, तब रेल ऊंचाई पर पहुंचा। ये लोग (भाजपा) आए तो क्या किया। 9 बजे सभी रेल अधिकारी हाजिरी लगाने पहुंचो। कहां से आ रहा, भागा दौड़ा, औरत और मर्द आ रहा है। बिना शौच किए आता है। बिना मुंह धोए आता है। उंगली डालता है, हाजिरी बन गया। उसके बाद से अपना बक्सा रखा और पैखाना की लाइन में लग गया, रेल भवन में। शौच कर रहा है, फिर जाता है ड्यूटी पर।”

‘दिल्ली में मोदी को सरकारी कर्मचारियों ने हरवाया’: लालू ने तब दिल्ली में केजरीवाल की जीत की वजह बताते हुए कहा था, “केजरीवाल का जो मुख्यमंत्री का वोट हुआ। सेंट्रल गवर्मेंट का जो इंप्लायी है, सब भाजपा को वोट आउट किया और साइज में पहुंचाया।” उन्होंने कहा हम जानते थे कि हर मंत्री पर सीआईडी बिठाकर रखा हुआ है। लोकतंत्र पर बिठा दिया ब्यूरोक्रेसी को। हर सचिव जो बात कहेगा, वही मोदीजी सुनेंगे। तो यह मंत्रीजी काहे के लिए हैं। कथा बांचने के लिए।

‘एक भी नंबर देने लायक नहीं सरकार’: लालू ने बताया था कि हमको इन्हीं की पार्टी (भाजपा के) चार-पांच सांसद मिले। बोले कि हमसे तो कहा जाता है कि पीए भी आरएसएस के आदमी रखो। तो यही सारे जगह गड़बड़ी है। लालू ने आगे कहा था कि सरकार हर फ्रंट पर फेल है। एक भी नंबर देने लायक नहीं है। इन लोगों के पाप से भूकंप आना शुरू हो गया है।