बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बिना सूचना दिए रात करीब 1:00 बजे वैशाली के हाजीपुर सदर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में लगभग 20 मिनट तक औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें अस्पताल में भारी लापरवाही देखने को मिली। दरअसल, अस्पताल में तैनात सुरक्षा गार्ड सो रहे थे। इसके अलावा अस्पताल में कोई भी वरिष्ठ डॉक्टर तैनात नहीं था। अस्पताल की हालत को देखकर डिप्टी सीएम गुस्से में आ गए। उन्होंने डिप्टी सिविल सर्जन हरिप्रसा को जमकर फटकार लगाई।
सुरक्षा एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने का आदेश
दरअसल, तेजस्वी यादव सदर अस्पताल में नये भवन निर्माण का निरीक्षण करने गए थे। उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण करते हुए इमरजेंसी, ओपीडी और गार्ड रूम का भी दौरा किया। अस्पताल में हो रही लापरवाही को देखने के बाद उन्होंने डिप्टी सिविल सर्जन हरिप्रसाद को फटकार लगाते लगाई। उन्होंने कहा कि जब वे आए तो सुरक्षा गार्ड सो रहे थे। इसके बाद उन्होंने गार्ड तैनात करने वाली सुरक्षा एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने का आदेश दे दिया। डिप्टी सीएम ने अस्पताल में डॉक्टर्स की तैनाती ना होने पर भी हरिप्रसाद को डांटा और उन्हें जिम्मेदार ठहराया।
मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “मैं यहां जमीनी हकीकत की जांच करने आया हूं कि आवंटित धन का सही ढंग से उपयोग किया जा रहा है या नहीं। मैं यह पता लगाने आया हूं कि लोगों को इसका लाभ मिल रहा है या नहीं। निरीक्षण करना जरूरी है वरना हमें जमीनी वास्तविकता के बारे में पता नहीं चलेगा।”
कई चीजें बेहतर हुई हैं लेकिन और सुधार की जरूरत
उन्होंने आगे कहा “हम लोगों की सेवा करने के लिए हैं। कई चीजें बेहतर हुई हैं लेकिन और सुधार करने की जरूरत है। हम रेफरल पॉलिसी लेकर आए। हम चाहते हैं कि पटना में मरीजों की संख्या कम हो। इसीलिए हम सदर अस्पताल को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम यहां मरीजों को सुविधा देना चाहते हैं। हालांकि, डॉक्टर्स को अपनी जिम्मेदारी निभाने की जरूरत है। उन्हें पूरी ईमानदारी के साथ काम करना चाहिए”।