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हेक्टिक लाइफस्टाइल में फिट रहना एक चुनौती बन गया है। लेकिन अगर आप एक ऐसा नियम अपनाना चाहते हैं जो न तो ज्यादा कठिन हो और न ही समय लेने वाला, तो 6-6-6 वॉकिंग रूल आपके लिए एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। यह नियम काफी आसान है, जिसमें सुबह 6 बजे और शाम 6 बजे 30 मिनट की वॉक, उसके बाद 6 मिनट का वार्म-अप और कूल-डाउन शामिल है। (Photo Source: Pexels)
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यह रूटीन न सिर्फ शारीरिक रूप से फिट रखने में मदद करता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी प्रदान करता है। आइए जानते हैं कि यह नियम कैसे आपके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। (Photo Source: Pexels)
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सुबह 6 बजे की वॉक से दिन की शुरुआत
सुबह की वॉक आपके शरीर और दिमाग को दिनभर के लिए तैयार करती है। The Heart Foundation के अनुसार, रोजाना 30 मिनट की वॉक दिल की बीमारी के जोखिम को 35% तक कम कर सकती है। (Photo Source: Pexels) -
सुबह की वॉक से मेटाबॉलिज्म एक्टिव होता है, ताजी हवा मिलती है और मूड बेहतर होता है। European Society of Cardiology भी मानता है कि सुबह की एक्टिविटी से हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। (Photo Source: Pexels)
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शाम 6 बजे की वॉक से दिन का सुकून
शाम की वॉक तनाव को दूर करने और दिनभर की थकान को कम करने में मदद करती है। यह नींद में सुधार लाती है और एक बैलेंस्ड रूटीन डेवलप करती है। यदि आप ऑफिस से 6 बजे तक बाहर नहीं निकल पाते, तो आप ऑफिस परिसर में 20 मिनट की तेज चाल से चल सकते हैं। (Photo Source: Pexels) -
60 मिनट की वॉक का प्रभाव
एक घंटे की वॉक शरीर को फैट-बर्निंग स्टेट में ले जाती है। यह दिल, लंग्स और स्टेमिना के लिए फायदेमंद है। British Journal of Sports Medicine के अनुसार, हफ्ते में 150-300 मिनट की वॉक मांसपेशियों की मजबूती, हृदय रोग और कैंसर से लड़ने में सहायक होती है। वॉक करते समय मन शांत होता है, फोकस बढ़ता है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार आता है। (Photo Source: Pexels) -
6 मिनट का वॉर्म-अप जरूरी है
वॉक शुरू करने से पहले हल्की स्ट्रेचिंग या जॉइंट मूवमेंट करें। National Library of Medicine की एक स्टडी के अनुसार, वॉर्म-अप से मांसपेशियों में ब्लड फ्लो बढ़ता है, ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर होती है, और इंजरी का खतरा कम होता है। यह शरीर को वॉक के लिए तैयार करता है। (Photo Source: Pexels) -
6 मिनट का कूल-डाउन न भूलें
तेज वॉक के बाद अचानक रुकना शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। 6 मिनट का कूल-डाउन दिल की धड़कनों को सामान्य करता है, मसल्स को रिलैक्स करता है और अगली वॉक के लिए तैयार करता है। इससे शरीर फ्लेक्सिबल और बैलेंस्ड बना रहता है। (Photo Source: Pexels) -
कंसिस्टेंसी ही है असली कुंजी
6-6-6 रूल कोई जिम, इक्विपमेंट या ट्रेनर की मांग नहीं करता। यह सभी उम्र और फिटनेस लेवल के लोगों के लिए सूटेबल है। सुबह और शाम की 30-30 मिनट की वॉक आपके जीवन में एक नई एनर्जी और डिसिप्लिन लाती है। (Photo Source: Pexels)
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